मेरठ। अपराध नियंत्रण के आंकड़ों के संकलन में लापरवाही बरतने अपराधियों की जानकारी न होने पर पुलिस अधीक्षक ग्रमाीण के पेशकार को भारी पड़ गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उन्हें निलंबित कर दिया। वहीं मातहतों को हिदायत दी कि कानून व्यवस्था और अपराध की रोकथाम में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
दरअसल मेरठ के एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने मंगलवार को कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण को लेकर जनपद में मातहतों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान एसपी देहात के पेशकार कीरतपाल सिंह अपराधियों पर होने वाली कार्रवाई और साक्ष्य संकलनों की जानकारी नहीं दे सके। उनके द्वारा अपराध के आंकड़े अधूरे मिले। अपराधिक घटनाओं में नक्शा नजीर अपडेट नहीं मिले। वहीं जांच और अपराध के आंकड़ों की भी जानकारी में लापवाही पाई गई। इस लापरवाही को देखते हुए एसएसपी ने सख्त रूख अपनाया है।
एसएसपी ने बताया कि साक्ष्य संकलन और अपराध आंकड़ों में लापरवाही के चलते एसपी देहात के पेशकार कीरतपाल सिंह को बीती रात निलबंन कर दिया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए है। निलंबित पुलिस कर्मी के खिलाफ पूर्व में भी शिकायतें मिल चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि अपराध की रोकथाम और अपराधियों पर नकेल कसने में नाकाम व लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों को बक्शा नहीं जाएगा। लापरवाही करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी ने कानून व्यवस्था को लेकर आने वाले पर्वों में सौहार्द और शांति के साथ अफवाह फैलाने वालों और खुराफातियों पर पैनी नजर रखने की मातहतों को निर्देश दिए हैं।