कोलकाता। राज्य के अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अन्य प्रमुख अस्पतालों में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी की संख्या बढ़ाई जा रही है। हाल ही में आरजी कर अस्पताल में हुई घटना के बाद डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों ने सुरक्षा में कमी की शिकायत की थी, जिसके चलते 42 दिनों तक जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले पर राज्य प्रशासन से सवाल पूछे थे। इसके बाद प्रशासन ने अस्पतालों की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का निर्णय लिया है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सभी भवनों में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, अस्पताल में पहले से ही 190 सीसीटीवी लगे हुए हैं लेकिन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और भी कैमरे लगाए जाएंगे। प्रारंभिक चरण में 500 से अधिक कैमरों की योजना बनाई गई है, जिसमें से 100 कैमरों को लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के बीच इस पर समन्वय बना हुआ है और वर्तमान में तीन कंपनियां केंद्रीय बल और 60 पुलिसकर्मी अस्पताल की सुरक्षा में तैनात हैं।
कोलकाता मेडिकल कॉलेज में पहले से ही 330 से अधिक सीसीटीवी लगे हुए हैं, जो अस्पताल के विभिन्न भवनों और परिसर की निगरानी करते हैं। यहां भी 400 नए कैमरे लगाए जाएंगे। नीलरतन सरकार मेडिकल कॉलेज में भी लगभग 600 कैमरे लगाए जाएंगे, जहां अभी 130 कैमरे कार्यरत हैं। इसी तरह, नेशनल मेडिकल कॉलेज परिसर में 300 कैमरे पहले से लगे हैं और 800 नए कैमरे लगाने की योजना है। एसएसकेएम अस्पताल में फिलहाल 1200 सीसीटीवी से निगरानी होती है लेकिन वहां भी नए कैमरे लगाए जाएंगे। एमआर बांगुर और बीसी रॉय चिल्ड्रन अस्पताल सहित शहर के अन्य अस्पतालों में भी सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी की संख्या बढ़ाई जा रही है।