मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की जीत पर बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान आया है. उन्होंने चुनाव परिणामों को अचंभित करने वाला बताया है. साथ ही कहा कि ऐसा विचित्र रिजल्ट लोगों के गले के नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल है. हालांकि, मायावती ने यह भी कहा कि जनता की नब्ज पहचानने में भयंकर ‘भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय है.
बता दें कि तीन राज्यों के चुनावों में बीजेपी ने शानदार जीत हासिल की है. तीनों राज्यों में बीजेपी का सीधा मुकाबला कांग्रेस से था. हालांकि, बसपा भी पूरे दमखम से चुनाव लड़ने का दावा कर रही थी. लेकिन रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं आया. ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर लिखा- विधानसभा चुनाव के परिणाम एक पार्टी के पक्ष में एकतरफा होने से सभी लोगों का शंकित, अचंभित व चिंतित होना स्वाभाविक है. क्योंकि, चुनाव के पूरे माहौल को देखते हुए ऐसा विचित्र परिणाम लोगों के गले के नीचे उतर पाना बहुत मुश्किल.
मायावती ने आगे कहा- पूरे चुनाव के दौरान माहौल एकदम अलग व कांटे के संघर्ष जैसा दिलचस्प था. लेकिन चुनाव परिणाम उससे बिल्कुल अलग होकर पूरी तरह से एकतरफा हो जाना, यह ऐसा रहस्यात्मक मामला है जिसपर गंभीर चिंतन व उसका समाधान जरूरी है. लोगों की नब्ज पहचानने में भयंकर ‘भूल-चूक’ चुनावी चर्चा का नया विषय है.
बसपा सुप्रीमो के मुताबिक, पार्टी के सभी लोगों ने पूरे तन, मन, धन व दमदारी के साथ यह चुनाव लड़ा. जिससे माहौल में नई जान आई, किन्तु उन्हें ऐसे अजूबे परिणाम से निराश कतई भी नहीं होना है. बल्कि परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के जीवन संघर्षों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना है.
बकौल मायावती- इस चुनावी परिणाम के संदर्भ में जमीनी रिपोर्ट लेकर आगे लोकसभा चुनाव की नए सिरे से तैयारी पर विचार-विमर्श के लिए पार्टी की आल इंडिया की बैठक आगामी 10 दिसंबर को लखनऊ में होगी. चुनाव परिणाम से विचलित हुए बिना अम्बेडकरवादी मूवमेंट आगे बढ़ने का हिम्मत कभी भी नहीं हारेगा.
बीजेपी ने लगाई जीत की हैट्रिक
बता दें कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के नतीजे अब स्पष्ट हो चुके हैं. मध्य प्रदेश के साथ-साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत हासिल कर लिया है. इसके अलावा तेलंगाना में कांग्रेस ने जीत हासिल की है. मध्य प्रदेश में बीजेपी सरकार की वापसी हुई है. वहीं, कांग्रेस ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ को गंवा दिया है. लेकिन कांग्रेस ने BRS पार्टी से तेलंगाना को छीन लिया है. यहां KCR जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाए.