लखनऊ। सेंगाेल को लेकर जारी जिरह के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने सपा को घेरा है। मायावती ने कहा है कि सेंगोल को संसद में लगाना है या नहीं, इस पर बोलने के साथ-साथ सपा के लिए यह बेहतर होता कि यह पार्टी देश के कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों के हित और आम जनहित के मुद्दों को भी लेकर सरकार को घेरती।
सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को किए गए पोस्ट में मायावती ने लिखा, सच्चाई यह है कि यह पार्टी अधिकांश ऐसे मुद्दों पर चुप ही रहती है। सरकार में आकर कमजोर वर्गों के विरुद्ध फैसले भी लेती है और इनके महापुरुषों की भी उपेक्षा करती है। इस पार्टी के हथकंडों से सावधान रहें।
सीएम योगी ने किया था करारा प्रहार
इससे पहले सीएम योगी ने सपा पर करारा प्रहार किया था। अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर सीएम योगी ने लिखा कि यह सपा नेताओं की अज्ञानता को दर्शाता है। सीएम योगी ने लिखा कि समाजवादी पार्टी के मन में भारतीय इतिहास और संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं है। सेंगोल पर उनके शीर्ष नेताओं की टिप्पणियां निंदनीय हैं। यह उनकी अज्ञानता को दर्शाती है। यह विशेष रूप से तमिल संस्कृति के प्रति इंडी गठबंधन की नफरत को भी दर्शाता है।
विपक्षी दलों ने सदन से सेंगोल को हटाने की मांग की
बता दें कि विपक्षी दलों ने संसद भवन में स्पीकर के आसन के पास स्थापित सेंगोल को हटाने की मांग की है। समाजवादी पार्टी ने सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए उसे हटाकर संविधान स्थापित करने की मांग की है।