ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे में लोगों के एक समूह ने भुगतान गेटवे सेवा मुहैया कराने वाली एक कंपनी के खाते को कथित रूप से हैक कर अलग-अलग बैंक खातों से 16,180 करोड़ रुपये निकाल लिए। ठाणे पुलिस ने यह जानकारी दी। नौपाडा थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह धोखाधड़ी लंबे अरसे से चल रही थी लेकिन मामला तब सामने आया जब महाराष्ट्र के ठाणे शहर में श्रीनगर थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस के मुताबिक, शिकायत में अप्रैल 2023 में यहां कंपनी के भुगतान गेटवे खाते को हैक कर उसमें से 25 करोड़ रुपये निकालने का आरोप लगाया गया था। अधिकारी ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया कि जब पुलिस ने मामले की जांच की तो 16,180 करोड़ रुपये का बड़ा घोटाला सामने आया।
ठाणे अपराध शाखा के एक अधिकारी की शिकायत के बाद नौपाडा थाने में शुक्रवार को संजय सिंह, अमोल अंदाले, अमन,केदान, समीर दिघे, जितेन्द्र पांडेय और अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 409 (विश्वास का आपराधिक उल्लंघन), 467, 468 (जालसाजी), 120 बी (आपराधिक साजिश), 34 (समान इरादा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने बताया कि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्राथमिकी के मुताबिक, आरोपी जितेन्द्र पांडेय ने पूर्व में आठ से 10 वर्षों तक बैंकों में रिलेशनशिप एवं सेल्स मैनेजर के रूप में काम किया था। अधिकारी ने बताया कि पुलिस को संदेह है कि इस मामले में कई बड़े लोग शामिल हो सकते हैं और हो सकता है कि गिरोह ने पूरे भारत में कई कंपनियों और लोगों को अपना शिकार बनाया हो। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है।