मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार (17 नवंबर) को मतदान है. वैसे तो यहां वोटिंग विधानसभा की 230 सीटों के लिए है, लेकिन कुछ वीआईपी सीटें ऐसी हैं जिन्हें लेकर खूब चर्चा हो रही है. इन सीटों पर सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस के कई बड़े नाम मैदान में उतरे हैं. यही वजह है कि इन सीटों पर सबकी नजर है.
इन प्रमुख सीटों में छिंदवाड़ा, इंदौर-1, बुधनी, नरसिंगपुर, लहार और दतिया शामिल हैं. आइए आपको बताते हैं कि इन सीटों पर फिलहाल कौन-कौन से उम्मीदवार हैं और कौन आगे निकलता दिख रहा है.
1. छिंदवाड़ा
छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र इसलिए खास है, क्योंकि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का सीधा मुकाबला बीजेपी के विवेक बंटी साहू से है. 2019 के उपचुनाव में कमलनाथ ने विधानसभा सीट जीती थी. पर इस बार अलग-अलग कई फैक्टर की वजह से साहू कमल नाथ को कड़ी टक्कर देते नजर आ रहे हैं.
2. इंदौर-1
इंदौर-1 विधानसभा सीट भी सबसे चर्चित सीट में से एक है. यहां कांग्रेस के संजय शुक्ला के सामने बीजेपी के कैलाश विजयवर्गीय मैदान में हैं. संजय शुक्ला ने 2018 का चुनाव जीता था लेकिन इससे पहले इस सीट पर भगवा पार्टी का दबदबा था. इसलिए यहां रोमांचक मुकाबला होगा.
3. बुधनी
मध्य प्रदेश की बुधनी सीट पर बीजेपी ने मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मैदान में उतारा है. उनके खिलाफ कांग्रेस से विक्रम मस्तल खड़े हैं. 2008 में शिवराज सिंह चौहान ने यहां से चुनाव जीता था. इस बार भी उनकी जीत तय मानी जा रही है.
4. नरसिंगपुर
इस बार नरसिंगपुर सीट भी काफी खास है. ओबीसी वोट को टारगेट करने के लिए बीजेपी आलाकमान ने इस बार यहां से केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को टिकट दिया है. इससे पहले उनके भाई जालम सिंह पटेल यहां से विधायक थे, लेकिन अब उनका टिकट कट गया है. नरसिंगपुर में प्रह्लाद सिंह पटेल के खिलाफ कांग्रेस से लाखन सिंह पटेल चुनाव लड़ेंगे.
5. लहार
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने लहार में जीत हासिल की थी. 2018 के विजेता गोविंद सिंह को फिर से निर्वाचन क्षेत्र में मैदान में उतारा गया है. उनके खिलाफ बीजेपी से अंबरीश शर्मा हैं.
6. दतिया
शिवराज सिंह चौहान सरकार में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इसी विधानसभा सीट से 2018 का चुनाव जीते थे. एक बार फिर वह यहीं से मैदान में हैं. इनके खिलाफ कांग्रेस के अवधेश नायक ताल ठोक रहे हैं.