लखनऊ। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने और मकर संक्रांति के साथ ही एक बार फिर मांगलिक कार्य शुरू हो जाएंगे। 15 जनवरी से फिर से शहनाई की गूंज सुनाई देगी और बाराती थिरकते नजर आएंगे।
बता दें कि अक्टूबर 2023 में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत पंजीकरण शुरू हो गए थे। योजना के तहत पंजीकरण कराने के लिए शिविर भी लगाए गए थे। योजना के तहत एक जोड़े के विवाह पर 51 हजार रुपये खर्च किए जाते हैं। अभी तक 75 जिलों में 95 हजार से अधिक जोड़ों ने विवाह के लिए पंजीकरण कराया है। जिसमें 40 हजार का विवाह कराया जा चुका है। इसमें 33 हजार ऑनलाइन और सात हजार ऑफलाइन शामिल हैं।
समाज कल्याण निदेशालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी जिलों में आवेदनकर्ताओं के सत्यापन का काम फिर से शुरू हो गया है और 15 जनवरी के बाद से उक्त योजना के तहत विवाह समारोह शुरू हो जाएंगे। निदेशालय के अधिकारियों ने जिलों में निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप विवाह कराने के निर्देश दिए हैं।