उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा सफारी पार्क से बुरी खबर सामने आई है. शनिवार को सफारी पार्क एवं बब्बर शेर प्रजनन केंद्र में तीन वर्षीय बब्बर शेर केसरी की मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम के लिए आईवीआरआई बरेली भेज दिया गया है. केसरी का जन्म लगभग तीन साल पहले 15 अप्रैल 2020 को हुआ था. सपा चीफ अखिलेश यादव ने शेर की मौत पर सवाल उठाते हुए इस मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है.
केसरी की पूंछ में था घाव
प्रभागीय निदेशक (वानिकी) अतुल कान्त शुक्ला ने बताया कि इटावा सफारी पार्क में केसरी शेर की शनिवार शाम मौत हो गई. उन्होंने बताया कि 15 अप्रैल 2020 को पिता बब्बर शेर मनन और मां जेनिफर ने केसरी को जन्म दिया था. अधिकारियों ने बताया कि केसरी बब्बर शेर की पूंछ में पिछले 25 अप्रैल को घाव लगा गया था. केसरी की पूंछ में घाव हो जाने से उसका इलाज सफारी के चिकित्सकों, पशु चिकत्सालय के चिकित्सक, एवं अन्य सफारी संस्थानों के विशेषज्ञों की देख रेख में किया जा रहा था. शनिवार की शाम सात बजे केसरी की इलाज की दौरान मौत हो गई.
अखिलेश यादव ने की कार्रवाई की मांग
वहीं उत्तर प्रदेश में जानवरों की मौत पर सियासत शुरु हो गई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शेर की मौत पर शनिवार रात सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा कि पर्यावरण-चक्र में हर जीव का अपना महत्व होता है. सपा, भारतीय जनता पार्टी सरकार से मांग करती है कि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त दंडात्मक कार्रवाई की जाए.
इससे पहले उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी स्थित दुधवा टाइगर रिजर्व में बीते दिनों में 4 बाघों की मौत का मामला सामने आया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में अधिकारियों पर कार्रवाई की थी. जान गंवाने वाले चार बाघों में से एक की मौत सिर पर चोट लगने से हुई थी.