बिना किसी आदेश के ही अतिरिक्त जिलों का प्रभारी बनकर जिला उद्यान अधिकारी विभाग को लगा रहे करोड़ो का चूना

  • निदेशक उद्यान द्वारा 04 जुलाई 2023 को अतिरिक्त जनपदों का प्रभार दिए जाने संबंधी आदेश को निरस्त किये जाने के बाद भी जनपदों में

अजय सिंह चौहान

निष्पक्ष प्रतिदिन

लखनऊ। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग उत्तर प्रदेश का मुख्यालय निदेशक की खाऊ कमाऊ नीति के चलते अब भ्रष्टाचार के आकंठ में पूरी तरह से डूब गया है। इस विभाग में नेताओं और अफसरों का ऐसा तालमेल है कि कहना होगा- हम भ्रष्टन के, भ्रष्ट हमारे, जो करप्ट नहीं है वह सिस्टम ही नहीं है। उससे नीचे वाले और ऊपर वाले दोनों नफरत करते हैं और कहते हैं कि विभाग में वही अधिकारी तरक्की कर रहा है जो नीचे से रिश्वत और कमीशन वसूलकर माल ऊपर तक पहुंचा रहा है।जिससे स्पष्ट है कि विभाग में लगे विकास रूपी वृक्ष पर निदेशक की खाऊ कमाऊ नीति के चलते भ्रष्टाचार की बेल पनप रही है।उद्यान निदेशक डा. आरके तोमर द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में निर्गत स्थानांतरण नीति का खुलकर उल्लंघन किया जा रहा है। निदेशक डा. तोमर द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में निर्गत स्थानांतरण नीति के अंतर्गत सुरेंद्र राम भास्कर को जनपद कौशांबी से उन्नाव, अरुण कुमार को मुजफ्फरपुर से जनपद मेरठ तथा अनूप चतुर्वेदी को जनपद औरैया से मैनपुरी स्थानांतरण कर उन्हें जनपदों का 30 जून 2023 को दूसरे आदेश से अतिरिक्त प्रभार दे दिया था। जिसकी शिकायत आइजीआरएस पर किये जाने के कारण निदेशक उद्यान द्वारा 04 जुलाई 2023 को अतिरिक्त जनपदों का प्रभार दिए जाने संबंधी आदेश को निरस्त कर दिया गया था।अतिरिक्त प्रभार संबंधी आदेश निरस्त होने के बाद भी भ्रष्ट निदेशक की खाऊ कमाऊ नीति के चलते
बिना किसी लिखित आदेश के ही उन्हीं अधिकारियों द्वारा प्रशासनिक एवं आहरण,वितरण का कार्य किया जा रहा है।उक्त से स्पष्ट है कि अगस्त 2023 में सेवानिर्वित होने वाले निदेशक सेवानिवृत होते होते विभाग को करोड़ों की चपत लगाने में जुटे हुए है।

विभाग में स्थांतरण नीति को हथियार बनाकर अधिकारियों को दिये गए अतिरिक्त जनपदों के प्रभार को लेकर मुख्यालय से वित्तीय लेखाधिकारी जमाल अहसन उस्मानी ने बताया कि उद्यान निदेशक डा. आरके तोमर द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में निर्गत स्थानांतरण नीति के अंतर्गत सुरेंद्र राम भास्कर को जनपद कौशांबी से उन्नाव, अरुण कुमार को मुजफ्फरपुर से जनपद मेरठ तथा अनूप चतुर्वेदी को जनपद औरैया से मैनपुरी स्थानांतरण कर उन्हें जनपदों का 30 जून 2023 को दूसरे आदेश से अतिरिक्त प्रभार दे दिया था। जिसकी शिकायत आइजीआरएस पर भी की गई थी। जिसके कारण निदेशक उद्यान डा.आरके तोमर द्वारा 4 जुलाई 2023 को अतिरिक्त जनपदों का प्रभार दिए जाने संबंधी आदेश को निरस्त कर दिया गया था। परंतु जनपद कौशांबी, मुजफ्फरपुर और औरैया में विभाग द्वारा अभी तक किसी अधिकारी को तैनात नहीं किया गया है, और न ही इन जनपदों के नजदीकी जनपदों के जिला उद्यान अधिकारियों को इन जनपदों का अतिरिक्त प्रभार ही दिया गया है। इन सभी जनपदों में जिला उद्यान अधिकारी के पद को रिक्त रखा गया है, तथा इन जनपदों का आहरण एवं वितरण अधिकार भी किसी को नहीं दिया गया है। निर्देशक उद्यान डा. आरके तोमर के मौखिक निर्देशों पर अरुण कुमार जिला उद्यान अधिकारी जो मुजफ्फर नगर से स्थानांतरित किये गये थे,उनके द्वारा जनपद मुजफ्फरनगर का प्रशासनिक एवं आहरण तथा वितरण का कार्य बिना किसी लिखित आदेश के किया जा रहा है। इसी प्रकार सुरेंद्र राम भास्कर द्वारा जनपद कौशांबी एवं इलाहाबाद तथा अनूप चतुर्वेदी द्वारा भी जनपद औरैया का प्रशासनिक एवं आहरण वितरण कार्य बिना किसी लिखित आदेश के ही किया जा रहा है इसे स्पष्ट है,कि भ्रष्ट निदेशक डा.आरके तोमर द्वारा रिश्वत लेकर जिन स्थानांतरित अधिकारियों को जनपदों का अतिरिक्त चार्ज इन अधिकारियों को दिया गया है। उन जनपदों को रिक्त रखकर इन अधिकारियों से मौखिक निर्देशों के अनुसार कार्य लेकर उनसे प्राप्त धनराशि की भरपाई करायी जा रही है।

जवाब देने से बच रहे जिम्मेदार
इस प्रकरण में जब उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह से जब पूछा गया तो उन्होंने इस प्रकरण पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया और फोन काट दिया।

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