नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में तीन छात्रों की डूबने से मौत होने की घटना पर एलजी वीके सक्सेना की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा, “मैं एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने के कारण सिविल सेवा के 3 अभ्यर्थियों की और पानी भरने के कारण करंट लगने से एक अन्य छात्र की मौत से बहुत दुखी हूं। देश की राजधानी में ऐसा होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है।”
एलजी ने कहा कि कथित तौर पर पिछले कुछ दिनों में बिजली का झटका लगने से 7 अन्य नागरिकों की मौत हो गई थी। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं है। आप मेरी सोच एवं प्रार्थना में हो। मैं स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं और व्यक्तिगत रूप से दिल्ली पुलिस और दिल्ली फायर कर्मियों आदि के बचाव कार्यों पर नजर रख रहा हूं।
प्रशासन की उपेक्षा और विफलता: एलजी सक्सेना
उन्होंने कहा कि ये घटनाएं स्पष्ट रूप से संबंधित एजेंसियों और विभागों द्वारा बुनियादी रखरखाव और प्रशासन की आपराधिक उपेक्षा और विफलता की ओर इशारा करती हैं। शहर में जल निकासी और संबंधित बुनियादी ढांचा पूरी तरह जर्जर है। इन्हें दूर करने के उपाय नहीं किए जा रहे हैं। यह कुशासन की उस बड़ी समस्या का संकेत है जिसका दिल्ली को पिछले एक दशक के दौरान सामना करना पड़ा है।
घटना पर मांगी है रिपोर्ट: एलजी सक्सेना
एलजी ने कहा कि अपने घरों से दूर भारी फीस और किराया चुकाने वाले छात्रों की बुनियादी सुरक्षा सुनिश्चित न करने में कोचिंग संस्थानों और मकान मालिकों की भूमिका पर गौर करने की जरूरत है। जो कुछ हो रहा है वह अक्षम्य है और ऐसे मुद्दों को अब और अधिक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। मैंने संभागीय आयुक्त से मंगलवार तक दुखद घटना के हर पहलू को कवर करते हुए एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
उन्होंने कहा कि हालांकि प्रशासन की उदासीनता और कोचिंग संस्थान चलाने वालों के आपराधिक कदाचार के कारण खोए हुए अनमोल युवा जीवन को कोई भी वापस नहीं ला सकता है, लेकिन घटना के बाद लोगों की जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी।