कुछ दिनों पहले किम जोंग का रूस दौरा चर्चा में रहा. इस दौरान उनकी बहन किम यो जोंग भी साथ थीं. इस नॉर्थ कोरियाई लीडर के इरादे भाई से भी ज्यादा खूंखार माने जाते हैं. वे अक्सर अपने दुश्मनों को न्यूक्लियर हमले की धमकी देती रहीं. हाल में आई किताब ‘द सिस्टर’ में दावा किया गया कि यो जोंग नॉर्थ कोरिया ही नहीं, दुनिया की सबसे खतरनाक महिला हैं.
उत्तर कोरिया के वैसे तो बाकी दुनिया के साथ रिश्ते काफी सीमित हैं, लेकिन तब भी यहां से कोई न कोई बात छनकर सामने आ ही जाती है. इसे एक पुरुष सत्ता वाले देश के तौर पर जाना जाता रहा, जहां राजनीति में महिला का टिकना मामूली बात नहीं. ऐसे माहौल में किम जोंग की बहन न केवल पॉलिटिक्स में आईं, बल्कि मजबूत इमेज भी बनाई.
बीच-बीच में ये तक कहा जाने लगा कि मौजूदा तानाशाह अपनी बहन से डर गए हैं क्योंकि वो उनसे ज्यादा आक्रामक और तेज-तर्रार है. योग जोंग की क्रूरता को लेकर कई बातें भी कही जाती रहीं. द सिस्टर किताब इसी पर मुहर लगाती है.
तेजी से चढ़ीं कामयाबी की सीढ़ियां
इसका पूरा नाम है- द सिस्टर: एक्स्ट्राऑर्डिनरी स्टोरी ऑफ किम यो जोंग. इसमें सिलसिलेवार ढंग से बताया गया कि कैसे इस महिला ने एक मामूली वर्कर की तरह पार्टी का काम शुरू किया, और किस तरह इतनी ताकतवर बन गई कि उन्हें भाई का रिप्लेसमेंट तक माना जाने लगा. कोरोना के दौरान किम लंबे समय तक गायब रहे. उनकी मौत की अफवाहें गर्म थीं. इस बीच इंटरनेशनल मीडिया तक मान रहा था कि अगर किम न हों तो उनकी बहन ही देश को संभालेगी.
तुरंत और ज्यादा क्रूर फैसले लेने वाली
लेखक संग-यून ली का नॉर्थ कोरिया से लंबा वास्ता रहा. उन्होंने वहां की पॉलिटिक्स को काफी करीब से देखा. वे किताब में दावा करते हैं कि मौका मिले तो मासूम दिखने वाली ये बहन अपने भाई से भी ज्यादा क्रूर साबित होगी. उसे बड़े से बड़ा फैसला लेने में कोई संकोच नहीं होगा. यहां तक कि हत्याएं भी बड़ी बात नहीं.
पहले नहीं हुआ था अंदाजा
हमेशा अपने भाई से कुछ कदम पीछे रहने वाली, गुमसुम लगती और कैमरे से लगातार बचती पीले चेहरे और दुबले-पतले शरीर वाली किम यो जोंग के बारे में ये बात मानना आसान नहीं, लेकिन पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसियां लगातार ये कह रही हैं कि भाई को किनारे लगा चुकी यो जोंग अब बहुत ज्यादा ताकतवर हो चुकी है.
कैसा रहा बचपन और एजुकेशन?
किताब लिखती है कि किम लाड़-प्यार और भरपूर विलासिता में पली-बढ़ीं. साल 1987 में जन्म के बाद से वे परिवार के केंद्र बन गईं. वे पिता के बगल में बैठकर ही खाना खातीं, जबकि बाकी लोग दूर दूसरी टेबल पर हुआ करते. उन्हें शुरू से ये बात बताई गई कि वे किसी भी नियम-कानून से ऊपर हैं, और पूरा देश उनकी बात मानेगा. यो जोंग ने स्विटजरलैंड के किसी स्कूल में पढ़ाई की. वो स्कूल कौन सा था, ये बात सीक्रेट ही है. वहां उनका नाम और डॉक्युमेंट्स भी बदल दिए गए थे.
भाषा पर भी है पकड़
स्विटजरलैंड से लौटने के बाद उन्होंने अपने ही देश में किम 2 संग यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर की पढ़ाई-लिखाई की. फिलहाल किम के बारे में माना जाता है कि वे कंप्यूटर में तो तेज हैं ही, अंग्रेजी और जर्मन भाषाओं पर भी उनकी काफी पकड़ है. दूसरे देशों से किसी भी किस्म की बातचीत वे ही करती हैं. जबकि अंग्रेजी के मामले में उनके भाई के हाथ तंग हैं.
मौत की सजाएं सुनाना आम
किताब में राजनैतिक गलियारों की कानाफूसी का भी जिक्र है. इसके मुताबिक यो जोंग को अधिकारी खून की प्यासी महिला या शैतान का अवतार भी कहते हैं. ये किसी हद तक सच भी होगा. नॉर्थ कोरिया से भागे कई डिफेक्टर ये कहते रहे कि वहां मौत की सजा देना मामूली बात है. किम परिवार किसी पर थोड़ा भी नाराज हो जाए तो तुरंत उसे या तो जेल में डाल दिया जाता है, या सजाए मौत दे दी जाती है.
चाचा और फूफा की हत्या में भी यो जोंग का हाथ बताया जाता है, जो सत्ता के खिलाफ बोल रहे थे. लेकिन ये दावा भी दक्षिण कोरिया और अमेरिका की सीक्रेट एजेंसियां ही करती हैं. नॉर्थ की तरफ से कोई बयान या टोकाटाकी भी कभी नहीं हुई.
इस तरह शुरू हुआ सियासी करियर
यो जोंग को पहली बार दुनिया ने साल 2009 में देखा. उनके पिता को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद से वे सभी सार्वजनिक मौकों पर बेटी के साथ पहुंचने लगे. पहले-पहले स्टेट मीडिया ने इसपर ध्यान नहीं दिया. उन्हें पापा की बेटी की तरह ही देखा जाता रहा. पिता की मौत के बाद वे भाई के साथ दिखने लगीं, लेकिन जल्द ही चीजें बदलीं. साल 2014 में उन्होंने मीडिया डिपार्टमेंट संभाला और फिर चीजें उनके हाथ में आती चली गईं.
भाई का वॉर्डरोब खुद करती हैं तय
कहा तो ये तक जाता है कि भाई किम जोंग उन्हीं की पसंद के कपड़े पहनते हैं. पहले किम माओ-कालर्ड जैकेट पहना करते थे, लेकिन बहन के कहने पर वे वेस्टर्न सूट-बूट में आ गए. भाई के वॉर्डरोब से लेकर वे फैसलों तक में दखल देने लगीं. ये इतना बढ़ गया कि वेस्टर्न मीडिया खुलकर नॉर्थ कोरिया को यो जोंग का देश कहने लगा
इसके बाद ही खबर आई कि यो जोंग को पोलित ब्यूरो से हटा दिया गया है. वे उत्तर कोरिया की प्रीमियम बॉडी है, जिसमें सबसे बड़े अधिकारी होते हैं. हालांकि एक साल से भीतर ही उनकी दोबारा इसमें बहाली हो गई. तब से लेकर अब तक यो जोंग का कद लगातार बढ़ रहा है. माना जा रहा है कि अगर किसी भी वजह से किम जोंग सत्ता से हटे तो उनकी बहन को देश संभालते एक मिनट नहीं लगेगा. शायद इसी बात से डरे हुए उनके भाई ने उन्हें नेशनल डिफेंस कमीशन में अब तक कोई पद नहीं दिया.
कैसी है शादीशुदा जिंदगी?
यो जोंग की प्राइवेट लाइफ के बारे में लगभग कोई जानकारी किताब में भी नहीं मिलती. कथित तौर पर उनकी शादी 2014 में एक सरकारी अधिकारी के बेटे चाओ सॉन्ग से हुई थी. साल 2018 में दक्षिण कोरिया में हुए विंटर ओलंपिक में उनके कपड़ों को देखकर अंदाजा लगाया गया कि वे प्रेग्नेंट हैं. लेकिन उनकी कितनी संतानें हैं, या हैं भी या नहीं, ऐसी किसी बात का कहीं दावा नहीं.