Ayodhya News :अवध की राजधानी की इस धरोहर के बहुरेंगे दिन,जानें इसकी वजह..

श्री अयोध्या जी तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, पर्यटन विकास योजना के तहत अयोध्या की प्राचीन धरोहरों को संरक्षित करने का कार्य कर रही है। इस प्रयास के तहत, पुरातत्व विभाग ने गुलाबबाड़ी को संरक्षित की श्रेणी में शामिल किया है, जहां अवध के तीसरे नवाब शुजा-उद-दौला का ऐतिहासिक मकबरा स्थित है। शुजा-उद-दौला ने वर्ष 1753 से 1775 के बीच अपने जीवनकाल में इस मकबरे का निर्माण स्वयं कराया था। यह मकबरा न केवल अयोध्या के इतिहास को जीवित रखने का महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह उस समय के स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व को भी प्रदर्शित करता है। गुलाबबाड़ी में स्थित यह संरक्षित स्थल अब पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध हो रहा है, जिससे स्थानीय संस्कृति और इतिहास को बढ़ावा मिल रहा है।

Ayodhya News : श्री अयोध्या जी तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद, पर्यटन विकास योजना के तहत अयोध्या की प्राचीन धरोहरों को संरक्षित करने का कार्य कर रही है। इस प्रयास के तहत, पुरातत्व विभाग ने गुलाबबाड़ी को संरक्षित की श्रेणी में शामिल किया है, जहां अवध के तीसरे नवाब शुजा-उद-दौला का ऐतिहासिक मकबरा स्थित है। शुजा-उद-दौला ने वर्ष 1753 से 1775 के बीच अपने जीवनकाल में इस मकबरे का निर्माण स्वयं कराया था। यह मकबरा न केवल अयोध्या के इतिहास को जीवित रखने का महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह उस समय के स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व को भी प्रदर्शित करता है। गुलाबबाड़ी में स्थित यह संरक्षित स्थल अब पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध हो रहा है, जिससे स्थानीय संस्कृति और इतिहास को बढ़ावा मिल रहा है।

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कभी अवध की राजधानी रही फैजाबाद की प्राचीन धरोहर नवाब शुजाउद्दौला के मकबरा गुलाबबाड़ी के भी दिन बहुरने वाले हैं। योगी सरकार गुलाबबाड़ी को हेरिटेज पार्क बनाने जा रही है। इसके लिए 2.97 करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। शासन-प्रशासन की ओर से गुलाबबाड़ी पार्क के सुंदरीकरण की परियोजना को हरी झंडी मिलने के बाद योजना को अमलीजामा पहनाने की कवायद तेज हो गई है। तीन मेहराबदार प्रवेशद्वारों से घिरे इस परिसर के बाड़े में शुजा-उद-दौला का मकबरा, मस्जिद इमामबाड़ा, शाही हम्माम, बारादरी और एक कुआं है। जबकि खाली स्थान को बगीचे के रूप में विकसित किया गया था। पानी के फव्वारों के किनारे विभिन्न किस्मों के गुलाब के फूलों के बगीचा के कारण ही यह गुलाबबाड़ी के नाम से चर्चित हुआ और दूर-दराज से लोग यहां घूमने और मार्निंग वाक के लिए आते हैं।

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सुंदरीकरण की योजना पर चिंतन-मंथन शुरू..

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भवन का मालिकाना हक़ वक्फ बोर्ड, परिसर का संरक्षण पुरातत्व और साज-सज्जा आदि उद्यान विभाग के जिम्मे है। गुलाबबाड़ी पर्यटन स्थलों की सूची में शामिल है। पर्यटन को बढ़ावा देने और नगरी की पुरातन विरासत को सहेजने की कवायद के तहत प्रशासनिक स्तर पर गुलाबबाड़ी के सुंदरीकरण की योजना पर चिंतन-मंथन शुरू हुआ था, जिससे इस पार्क के पुराने वैभव को लौटाया जा सके। इसके लिए पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास की योजना के तहत अयोध्या तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद की ओर उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कार्पोरेशन लिमिटेड ( यूपीपीसीएल) की ओर से विस्तृत कार्ययोजना तैयार कराई गई थी और परियोजना स्वीकृति के बाद यूपीपीसीएल को ही कार्यदायी संस्था बनाया गया है।

मूलभूत सुविधाओं का विकास कराया जाएगा..

अयोध्या सूर्यवंश की राजधानी, प्रभु श्रीराम और धर्म अलग-अलग नहीं हो सकते:  योगी आदित्यनाथ - up cm yogi adityanath says Ayodhya capital of the  Suryavansh and ram is our ancestors ntc -डीपीआर के मुताबिक गुलाबबाड़ी पार्क स्थित फौव्वारा और कुंड को आकर्षक रूप दिया जाएगा और विशेष लाइटिंग कराई जाएगी। वहीं, पुरानी पहचान के मुताबिक परिसर में विभिन्न किस्मों के रंग-बिरंगे देशी व विदेशी गुलाब के पौधों का रोपण कराया जाएगा। साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले और मॉर्निंग वाक करने आने वाले लोगों के लिए बेंच की स्थापना समेत मूलभूत सुविधाओं का विकास कराया जाएगा।

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