बीजेपी मुख्यालय में मंगलवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महासचिवों की बैठक ली. इस बैठक में मुख्यतौर पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनाव की प्रक्रिया में कई राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रगति पर चर्चा हुई. इस बाबत आगामी 30 दिसंबर को संभावित राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन होना है.
इस बैठक में आगामी संगठन में चुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई. इसमें मुख्यतः राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया की समीक्षा भी की गई.
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा
आज की बैठक में आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भी तैयारियों पर चर्चा की गई. साथ ही अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस पर होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा के साथ साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म शताब्दी वर्ष की तैयारी पर चर्चा हुई. साथ ही वीर बाल दिवस की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई.
क्या कहता है भारतीय जनता पार्टी का संविधान?
बीजेपी के संविधान के मुताबिक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने से पहले कम से कम आधे राज्य इकाइयों में संगठनात्मक चुनाव खत्म हो जाने चाहिए. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है. हालांकि 2024 में लोकसभा चुनाव को देखते हुए जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ा दिया गया था.
फरवरी 2020 में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे नड्डा
साल 2020 को फरवरी महीने में जेपी नड्डा को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी. अब बीजेपी का नया अध्यक्ष सरकार या संगठन किसी से भी हो सकता है. फिलहाल अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. बता दें कि जेपी नड्डा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी हैं.