Jhansi News : जानें किस घर का होगा डिजिटल नक्शा तैयार !

Jhansi News : अब महानगरों के घरों का डिजिटल नक्शा तैयार किया जाएगा, जिसका शुभारंभ 18 फरवरी को होने वाला है। इस परियोजना का उद्देश्य शहरी विकास और योजनाओं के बेहतर प्रबंधन के लिए तकनीकी उन्नति को अपनाना है। डिजिटल नक्शा तैयार होने से शहरों की सटीक जानकारी, जैसे घरों की संख्या, उनके स्थान, बुनियादी ढांचे की स्थिति और अन्य महत्वपूर्ण डेटा, आसानी से उपलब्ध होगा।

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सरकार की ओर से गांव में बने घरों के स्वामियों को घरौनी का वितरण किया जा रहा है। यह घर के मालिकाना
हक का प्रमाणपत्र होता है। इसी तरह अब झांसी महानगर के भवनों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने की तैयारी है।
बताया गया कि नक्शा योजना के तहत भूमि का सटीक और पारदर्शी रिकॉर्ड तैयार करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार
के संयुक्त प्रयास से कार्य किया जाएगा।

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पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेटेलाइट तस्वीरों और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर क्षेत्र का डिजिटल नक्शा तैयार
किया जाएगा। योजना के तहत भू-सर्वे के विशेषज्ञ वाली टीम भी काम करेगी। प्रदेश में 10 नगर निकायों को पायलट प्रोजेक्ट
के तहत शामिल किया गया है। इसमें झांसी और गोरखपुर नगर निगम का भी चयन किया गया है। बाकी आठ नगर पालिकाएं शामिल हैं। इस योजना का शुभारंभ मप्र के रायसेन में 18 जनवरी को केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा किया जाना है। झांसी नगर निगम सदन में भी कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा।

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ड्रोन समेत अन्य तकनीक का होगा इस्तेमाल…

डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने के लिए ड्रोन और हवाई मानचित्रण तकनीक आदि का इस्तेमाल किया जाएगा।
डिजिटल भूमि रिकॉर्ड के फायदे के बारे में भवन स्वामियों और रियल स्टेट कारोबारियों आदि को बताया जाएगा।

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इससे कई फायदे होंगे, जैसे:

  1. शहरी योजना में सुधार: विकासात्मक कार्यों के लिए सही और सटीक आंकड़ों की उपलब्धता।
  2. स्मार्ट सिटी की दिशा में कदम: डिजिटल नक्शे से शहरों को स्मार्ट बनाने में मदद मिलेगी, जैसे ट्रैफिक प्रबंधन, जल आपूर्ति, और अन्य नागरिक सेवाओं में सुधार।
  3. आपातकालीन सेवाओं में सहूलियत: आपातकालीन स्थितियों में सटीक स्थान और संपर्क की जानकारी जल्दी से मिल सकेगी।
  4. भूमि विवादों में मदद: डिजिटल नक्शा से भूमि की सीमा और स्वामित्व की जानकारी स्पष्ट हो जाएगी, जिससे विवादों को सुलझाने में मदद मिलेगी।

यह परियोजना स्मार्ट सिटी और डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे शहरों में विकास और सुधार की गति तेज होगी।

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