नई दिल्ली। द्वारका इलाके स्थित इस्कॉन मंदिर में 26 अगस्त को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बीच कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए हैं। इस्कॉन मंदिर प्रशासन के अनुसार जन्माष्टमी का यह कार्यक्रम 26 अगस्त को सुबह 4:30 बजे से श्री रुक्मिणी द्वारकाधीश के दर्शन के साथ आरंभ होगा। इसके बाद सुबह आठ बजे वैष्णव स्वामी महाराज द्वारा कृष्ण कथा होगी। पूरे दिन मंदिर में कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इस बीच कीर्तन के लिए प्रसिद्ध विश्व प्रसिद्ध कीर्तन कलाकार सचिनंदन गौर प्रभु अपनी टीम के साथ विशेष कीर्तन प्रस्तुत करेंगे। वहीं जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर यानी 25 अगस्त की शाम को 500 से अधिक स्कूली बच्चे कृष्ण के जीवन और लीलाओं को दर्शाने वाले नाटक प्रस्तुत करेंगे।
इस्कॉन द्वारका के उपाध्यक्ष श्रीगौर प्रभु ने कहा, “जन्माष्टमी के उत्सव को धूमधाम से मनाने के साथ-साथ लोगों के लिए यह जानना भी बेहद जरूरी है कि आखिर भगवान कृष्ण के क्या उपदेश हैं, उनकी शिक्षाएं क्या हैं। भगवद्गीता में स्वयं भगवान कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से हमें ये शिक्षाएं प्रदान की हैं, जो लाइफ मैनुअल के रूप में हम सबको अपनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक खुशहाल और संतोषजनक जीवन के लिए कृष्ण की शिक्षाओं को पढ़ना और समझना महत्वपूर्ण है। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए हमारे साथ वैज्ञानिक, इंजीनियर, डॉक्टर, व्यवसायी व अनेक युवा छात्र आगे आए हैं। कृष्ण के संदेशवाहक बनकर वे स्वयंसेवक के रूप में दिल्ली एनसीआर के विभिन्न क्षेत्रों में कृष्ण के संदेश को प्रसारित कर रहे हैं। गौर प्रभु ने आगे कहा कि भगवद्गीता और इस्कॉन के संस्थापक श्री प्रभुपाद की लिखी ये पुस्तकें कृष्ण की कृपा का एक रूप हैं। इनके अंदर जीवन बदलने की शक्ति है। जैसा कि उन्होंने हमारा जीवन बदला है।” उन्होंने आगे कहा कि इस अवसर पर लगभग पांच लाख से अधिक लोगों के लिए प्रसाद वितरित करने की योजना है। जन्माष्टमी पर कृष्ण का आशीर्वाद प्रसाद के रूप में भी प्राप्त होता है, जो शरीर और आत्मा दोनों का पोषण करता है।