सरकारी नलकूप खराब होने से सिंचाई का संकट

हरगांव (सीतापुर)- वर्तमान में किसान गन्ना तथा गेंहू सरसों की सिंचाई तथा बुवाई के लिये खेत पलेवा करने के लिए भटक रहे हैं। उन्हें नहरों से पानी नहीं मिल रहा है। राजकीय नलकूप तकनीकी खामियों से खराब हैं। ऐसे में सिंचाई न होने से दिक्कत हो रही है। इसका सीधा असर फसल उत्पादन पर पड़ेगा। क्षेत्र के तीन नलकूप अधिक समय से खराब हैं। अधिकांश नलकूपों की पाइप लाइनें चोक पड़ी हैं। जिससे किसानों को इनका लाभ नहीं मिल रहा है।विकास खंड हरगांव के सरकारी नलकूपों की स्थिति बहुत खराब है। कहीं नलकूपों के उपकरण गायब हैं तो कहीं पाइप लाइनें चोक पड़ी हैं। जिससे किसानों को सिंचाई के संकट का सामना करना पड़ रहा है। किसानों की समस्या को लेकर नलकूप विभाग गंभीर नहीं हैै। ब्लॉक क्षेत्र में 48 शासकीय नलकूप स्थापित हैं। जिसमें नलकूप संख्या 217 सेलूमऊ करीब छ वर्ष से खराब पड़ा है , नेवादा 26 करीब 15 वर्ष से खराब पडा है, झबरी 156 पांच वर्ष से खराब है इनके अतिरिक्त अन्य नलकूप भी काफी दिनों से खराब पडे़ हैं।सरकार के निर्देश हैं कि किसानों को नलकूपों से सिंचाई करने में दिक्कत न हो, लेकिन विभाग नलकूपों के रखरखाव पर ध्यान नहीं दे रहा है। विभाग की नजर में भले ही सभी नलकूप सही ढंग से चल रहे हैं, लेकिन हकीकत ठीक इसके विपरीत है।सेलूमऊ के किसान रमेश ने बताया नलकूप खराब होने फसल की पैदावार घट गयी है पास मे दूसरा सिंचाई का साधन न होने से बहुत ही दूर से पानी लाना पड रहा है ।जिससे सिंचाई का खर्च बढ गया है।किसान चन्द्र कुमार सिंह ने बताया सम्बंधित अधिकारियों को प्रार्थनापत्र के माध्यम से शिकायत की गयी है लेकिन कोई सुनने वाला नही है।इस संबध मे नलकूप विभाग के अवर अभियंता से बात करने की कोशिश की गयी लेकिन उनका फोन नही उठा।

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