तेहरान। इजराइल की गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर भीषण बमबारी जारी है। इसे लेकर अब ईरान ने इजराइल को धमकी दी है। ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीरबदोल्लाहियन (Hossein Amir-Abdollahian)
ने कहा कि गाजा पर जारी आक्रामकता, युद्ध अपराधों और घेराबंदी की वजह से अन्य मोर्चे खुलने की संभावना है। अमीराब्दुल्लाहियन ने कहा कि अगर इजराइल ने गाजा पर जारी हमले बंद नहीं किए तो अन्य मोर्चे पर युद्ध शुरू हो सकता है। इतना ही नहीं आतंकी संगठन हमास ने भी इजराइल को धमकी देते हुए कहा कि हमने इजराइल को बर्बाद करने के लिए 15 प्वाइंट का प्लान तैयार किया है, हमला ऐसा होगा इजराइल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा।
आपको बता दें कि हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर दिया था। इस हमले को लेकर हमास ने कई सालों तक तैयारी की थी। ऐसे में इस हमले की भनक न लगने को लेकर इजरायल की सेना और खुफिया एजेंसी मोसाद पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अब इजरायली सेना चीफ ने गलती स्वीकार की है। मिलिट्री चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्जी हलेवी ने कहा कि इजरायल के लोगों की सुरक्षा का जिम्मा इजरायली डिफेंस फोर्स के पास है और शनिवार को गाजा पट्टी के आसपास के क्षेत्रों में हम इस पर खरे नहीं उतरे। उन्होंने कहा, ”हम इस गलती से सीखेंगे। हमसे सवाल किए जाएंगे, लेकिन अब युद्ध का समय है
इजरायली मिसाइलों ने लेबनान पर किया हमला
इजराइल ने चार पैट्रियट मिसाइलों के जरिए दक्षिणी लेबनान के चार शहरों में धमाका किया गया। हालांकि हमले में किसी के हताहत होने की रिपेार्टें नहीं है। लेबनानी सैन्य सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तीन मिसाइलें मार्जेयुन और खियाम में तथा चौथी मिसाइल दक्षिण लेबनान के अल-मारी शहर में गिरी। इस दौरान किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। सूत्रों के अऩुसार, उन्होंने कब्जे वाले सीरियाई गोलान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से पर एक आयरन डोम प्लेटफॉर्म से इन मिसाइलों के प्रक्षेपण की निगरानी की। यह देखते हुए कि लेबनान से इज़राइल की ओर कोई रॉकेट लॉन्च तो नहीं किया गया। लेबनानी सीमा से सटे सभी इज़रायली बस्तियों में कई मिनट तक सायरन बजता रहा, इसके बाद सीमा रेखा पर और अरक़ूब, मार्जेयुन के लेबनानी क्षेत्रों में लगभग दो घंटे तक इज़रायली लड़ाकू विमान उड़ान भरते रहे हैं।
गौरतलब है कि शनिवार को हमास के हमले के समर्थन में इजरायली सैन्य स्थलों की ओर रविवार की सुबह लेबनान स्थित सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह द्वारा दसियों मिसाइलें दागे जाने के बाद लेबनान-इजरायल सीमा पर स्थिति बिगड़ गई, जिससे इजरायली बलों ने दक्षिणपूर्वी लेबनान के कई क्षेत्र में भारी तोपखाने को निशाना बनाया। इस बीच लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) के प्रमुख अरोल्डो लाज़ारो सैन्ज़ ने कहा कि यूएनआईएफआईएल लेबनान और इज़राइल के बीच तनाव को रोकने पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा, हमारा मुख्य लक्ष्य लेबनान और इज़राइल के बीच टकराव से बचने में मदद करना है और कोई भी घटना जो संघर्ष को करीब लाती है वह चिंता का विषय है।
भारत ने 212 लोगों को एयरलिफ्ट किया
इजराइल-हमास जंग के बीच भारत सरकार ने इजराइल में फंसे अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट करना शुरू कर दिया है। शुक्रवार सुबह 212 भारतीय नागरिकों को लेकर एअर इंडिया की फ्लाइट दिल्ली पहुंची। दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सबका स्वागत किया। केन्द्र सरकार द्वारा ऑपरेशन अजय के तहत विशेष विमान से आज सुबह 5.50 बजे इजरायल से 212 भारतीय नागरिकों को दिल्ली लाया गया। इस समय करीब 20,000 भारतीयों के इजराइल में फंसे होने की संभावना है और भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय के तहत उन्हें स्वदेश सुरक्षित वापस लाने की शुरुआत कर दी है।
इजराइल में रह रहे हैं 18 हजार भारतीय
भारत सरकार ने अपने उन नागिरकों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया है जो स्वदेश लौटना चाहते हैं। इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि हम हालात पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 18,000 भारतीय में इजरायल में रह रहे हैं, जबकि लगभग 12 लोग वेस्ट बैंक में और तीन-चार लोग गाजा में हैं।