कोठी। थाना क्षेत्र कुभरावां गांव में 50 साल पुराना सार्वजनिक खड़ंजा मार्ग पर शुरू इंटरलॉकिंग कार्य को गांव के एक पक्ष ने स्वयं के रक्बा में निर्माण दावा कर विरोध किया। इसकी उच्चाधिकारियों से हुई शिकायत पर कार्य बंद हो गया। 22 वें दिन गुरुवार तक एसडीएम हैदरगढ़ द्वारा विवादित मार्ग का निस्तारण नहीं होने से करीब चार दर्जन से अधिक परिवार अवागमन में दिक्कतें हैं। वह कीचड़ व इधर-उधर बिखरे ईंटों बीच से गुजरने पर मजबूर हैं।
सिद्धौर ब्लॉक क्षेत्र के कुभरावां में रामकिशुन के घर से कुटी मंदिर तक करीब 58 मीटर लंबा करीब 50 साल पुराना सर्वाजनिक मार्ग है। पूर्व प्रधान द्वारा कच्ची पटाई, खड़ंजा व किनारे नाली बनाया था। यह आबादी से सटा गाटा संख्या 122 मि. खातेदार श्रीमती कांति देवी व रामकिशुन रक्बा में दर्शाया हैं। आधी आबादी आवागमन यही से है। उक्त बातें क्षेत्रीय लेखपाल राहुल कनौजिया के स्थलीय निरीक्षण के बाद एसडीएम हैदरगढ़ शम्स तबरेज की रिपोर्ट में है। प्रधान प्रतिनिधि कमल सिंह पटेल ने इसी पुराने खड़ंजा मार्ग पर ही इंटरलॉकिंग कार्य शुरू कराया। मगर गांव के ही एक पक्ष ने उक्त गाटा संख्या रक्बा भूमि में निर्माण का दावा कर शिकायत कर दी। 10 सितंबर तक तैयार बॉक्सिंग, नाली व इंटरलॉकिंग बिछाई ईंटों बाद कार्य ठप हो गया। 22वें दिन गुरुवार तक विवादित मार्ग का निस्तारण एसडीएम हैदरगढ़ द्वारा नहीं हो सका है। जिससे गांव निवासी उमाकांत, सुनील, रामविलास, श्रीकृष्ण, दुजई, विनोद कुमार, अजय, अंबिका प्रसाद, मैकूलाल, पिंटू, धर्मेद्र व रीना आदि को अवागमन में समस्या है। वह लोग कीचड़ व इधर-उधर बिखरी ईंट पत्थरों के बीच निकल रहे हैं। बाइक व साइकिल आदि वाहन आवागमन नहीं होने से खाद, बीज व खाद्यान्न ढोने में दिक्कतें हैं। एसडीएम हैदरगढ़ शम्स तरबेज का कहना है कि दोनों पक्षों से बात की जा रही है। जल्द निस्तारण होगा।