देश में जागरुकता फैलाने के लिए इंडिया गेट पर जलीं ऑरेंज-पर्पल रंग की लाइटें

देश में वर्ल्ड नेगलेटेड ट्रापिकल डिसीज (NTDs) डे पर रोशनियों के जरिए लोगों में जागरुकता फैलाने की कोशिश की गई. नेगलेटेड ट्रापिकल डिसीज डे पर राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित इंडिया गेट पर ऑरेंज और पर्पल रंग की लाइटें जलाई गईं. रोशनी के जरिए देश ने इस गंभीर बीमारी को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता जताई.

NTDs के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुर्बल करने वाली बीमारियों से निपटने के लिए रोशनी के जरिए लोगों में सामूहिक कार्रवाई के महत्व पर जोर दिया जा रहा है. और यह पूरी दुनिया के सभी प्रतिष्ठित स्थलों को वैश्विक आंदोलन का हिस्सा है.

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से यह आयोजन NTDs के खिलाफ जंग में भारत की प्रगति को उजागर करने के लिए आयोजित किया गया था, जिसमें खासतौर पर लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (LF) और विसरल लीशमैनियासिस (VL) पर विशेष ध्यान दिया गया था. लिम्फैटिक फाइलेरिया, जो भारत में 404 मिलियन लोगों को खतरा है, यह लसीका सिस्टम को खासा नुकसान पहुंचाता है. साथ ही शरीर के अंगों के असामान्य रूप से बढ़ने का कारण बन सकता है, जिससे दर्द और गंभीर विकलांगता भी हो सकती है.

जबकि विसरल लीशमैनियासिस (VL) या कालाजार, जो भारत में अब समाप्ति के कगार पर है, यह गंभीर कमजोरी, कुपोषण और काम करने की क्षमता में कमी की वजह बन सकता है. ये बीमारियां लंबे समय से वैश्विक स्वास्थ्य एजेंडे पर उपेक्षित से रहे हैं, जिससे कलंक और सामाजिक बहिष्कार को बनाए रखती है.

इस पहल के बारे में अतिरिक्त सचिव और एमडी (एनएचएम) आराधना पटनायक ने कहा, “समुदायों को शामिल करके और इसे एक जन आंदोलन बनाकर, हमने अपने महत्वाकांक्षी उन्मूलन लक्ष्यों को करीब-करीब हासिल कर लिया है”. साथ ही उन्होंने NTD से निपटने में देश की उपलब्धियों की सराहना की और जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया.

पटनायक ने कहा, “एनटीडी असमान रूप से गरीबों और कमजोर लोगों को प्रभावित करते हैं. हमें अपनी संदेश प्रणाली को और अपग्रेट करना होगा. साथ ही हमें मजबूत समन्वय और सामुदायिक भागीदारी के जरिए महत्वाकांक्षी और बीमारियों के उन्मूलन के लक्ष्यों को हासिल करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.”

इंडिया गेट की रोशनी के साथ-साथ एक नुक्कड़ नाटक भी किया गया, जिसने आम लोगों को भी जोड़ा और लिम्फैटिक फाइलेरिया के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) राउंड जैसी स्वास्थ्य पहलों में व्यवहार परिवर्तन और भागीदारी के महत्व को बताया.

वर्ल्ड नेगलेटेड ट्रापिकल डिसीज (World NTD Day) 2025 इन बीमारियों को जड़ से खत्म करने और हर किसी के लिए समान स्वास्थ्य परिणाम सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक स्तर पर और राष्ट्रीय प्रतिबद्धता की याद दिलाता है.

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