जयपुर । जल जीवन मिशन के तहत चल रही वृहद परियोजनाओं में पिछले कुछ समय में हुई प्रगति को देखते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कॉन्ट्रेक्टर फर्मों को मैनपाॅवर एवं संसाधन बढ़ाते हुए 30 सितम्बर तक प्रोजेक्ट्स पूरे करने के निर्देश दिए हैं।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल मंगलवार को वृहद पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आमजन तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना विभाग का प्राथमिक उद्देश्य है। जिन फर्मों ने पिछली बैठकों में दिए गए निर्देशों के अनुरूप कार्य की गति बढ़ाई है और प्रोराटा प्रोग्रेस 70 फीसदी से अधिक कर ली है उनका नाम रेड लिस्ट से हटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी परियोजना का कार्य रोकना विभाग का उद्देश्य नहीं। डॉ. अग्रवाल ने कार्यों की गति बढ़ाते हुए एफएचटीसी के तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रोजेक्ट्स में लक्ष्य की ओर बढ़ते हुए अच्छी प्रगति करने वाली फर्मों को कार्य की गति और बढ़ाकर सितम्बर तक परियोजनाएं पूरी करने के निर्देश दिए।
कुछ परियोजनाओं में साइट पर लाकर खड़े किए गए डीआई पाईप से भरे ट्रक चोरी होने की घटनाओं की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव ने इन मामलों में एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही पुलिस के उच्च अधिकारियों से चर्चा के निर्देश दिए ताकि कॉन्ट्रेक्टर फर्म बिना किसी व्यवधान के कार्य करते हुए तय लक्ष्य हासिल कर सके। उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में अभियंता एवं कॉन्ट्रेक्टर दोनों महत्वपूर्ण स्तंभ है। आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए विभाग को हर घर तक शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में आगे बढ़ना है।
बैठक में मुख्य अभियंता (विशेष परियोजना) दिनेश गोयल, मुख्य अभियंता (प्रशासन) राकेश लुहाड़िया, मुख्य अभियंता (शहरी एवं गुणवत्ता नियंत्रण) केडी गुप्ता, मुख्य अभियंता (जोधपुर) नीरज माथुर, मुख्य अभियंता (तकनीकी) दलीप गौड़ सहित प्रदेश भर के पीएचईडी रीजन एवं प्रोजेक्ट्स से जुड़े अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता उपस्थित रहे।