बांदा- बबेरू ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरहानी में संचालित अस्थाई गोशाला में गोवंश भूख से तड़प रहा है। गोरक्षा समिति के जिला सहसंयोजक संतोष कुमार त्रिपाठी अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे। उन्होंने बताया कि वहां पर गोवंशों की हालत देखकर ऐसा लगा कि इन्हें भोजन नहीं दिया जा रहा। सिर्फ दिखावा के लिए भूसे का स्टोर दिखाया जा रहा है। गोवंश खाली में चरही को चाट रही है।
गोशाला के कुछ भी दूरी पर तीन गोवंश मृत मिले जिनको कुत्ते व अन्य पक्षी अपना भोजन बना रहे हैं। मांग की है कि गोवंश का अंतिम संस्कार सम्मानपूर्वक करवाया जाए। बबेरू ब्लॉक के अधिकतर गोशाला में हालात बहुत चिंताजनक है। जिम्मेदार का अधिकारी कभी गोशाला में नहीं आते। न ही कोई किसी प्रकार की कार्रवाई करते हैं। यहां पर तीन गोवंश मृत मिले। तीन गोवंश दलदल में फंसे मिले। खाने वाली चरही पर गोबर पड़ा मिला। मृत गोवंश के ऊपर पॉलिथीन ढके थे जिससे दिखे नही? आखिरकार इन गोशाला संचालकों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती। गोशाला के नाम पर धन का बंदरबाट किया जा रहा है। समिति के जिला सहसंयोजक संतोष कुमार त्रिपाठी आदि रहे। इसी तरह बबेरू ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत हरदौली में संचालित अस्थाई गोशाला में एक भी गोवंश नहीं मिला। यहां पर सिर्फ तीन गोवंश मिले। यहां पर 500 गोवंश संरक्षित है। कागजों पर गोवंश दिखाया जा रहा है। जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कार्यवाही की मांग की गयी है।