मेट्रो रेल नेटवर्क के मामले में भारत ने कीर्तिमान रच दिया है. भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो रेल नेटवर्क बन गया है. पिछले 10 साल में मेट्रो रेल नेटवर्क तीन गुना वृद्धि हुई है. आज 11 राज्यों के 23 शहरों में मेट्रो रेल नेटवर्क है. 2014 में यह केवल 5 राज्यों के पांच शहरों में था. 10 साल पहले केवल 248 किलोमीटर मेट्रो रेल नेटवर्क था और अब 10 साल बाद यह बढ़कर 1000 किलोमीटर का हो गया. आज मेट्रो से प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक यात्री यात्रा करते हैं जो 2014 के 28 लाख यात्रियों की तुलना में 2.5 गुना से अधिक वृद्धि है.
मेट्रो ट्रेनें आज डेली कुल 2.75 लाख किलोमीटर की यात्रा करती हैं, जो एक दशक पहले के दैनिक 86 हजार किलोमीटर का तीन गुना है. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने 2002 में अपनी मेट्रो यात्रा शुरू की थी, जब पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने दिल्ली के लोगों को पहली मेट्रो दी थी. वहीं, आज प्रधानमंत्री मोदी दिल्लीवालों को नई मेट्रो परियोजनाओं और नमो भारत ट्रेन का उद्घाटन कर रहे हैं.
दिल्ली में पहली बार नमो भारत ट्रेन की एंट्री
दिल्ली में आज पहली बार नमो भारत ट्रेन की एंट्री होगी. पीएम मोदी इसका उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी साहिबाबाद और न्यू अशोक नगर के बीच दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के 13 किलोमीटर लंबे हिस्से का उद्घाटन करेंगे. इसकी लागत करीब 4,600 करोड़ रुपये है. इस उद्घाटन के साथ ही दिल्ली को अपनी पहली नमो भारत कनेक्टिविटी मिल जाएगी.
दिल्ली-मेरठ नमो भारत ट्रेन अभी साहिबाबाद और मेरठ साउथ के बीच 42 किलोमीटर के कॉरीडोर पर ऑपरेशनल है और आज से दिल्ली के न्यू अशोक नगर स्टेशन से मेरठ साउथ तक इस ट्रेन की डायरेक्ट कनेक्टीविटी हो जाएगी. इसके अलावा प्रधानमंत्री दिल्ली मेट्रो फेज-4 के जनकपुरी और कृष्णा पार्क के बीच करीब 1,200 करोड़ रुपये की लागत वाले 2.8 किलोमीटर लंबे खंड का भी उद्घाटन करेंगे.
यह दिल्ली मेट्रो फेज-4 का पहला उद्घाटन होगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री दिल्ली मेट्रो फेज-IV के साढ़े छब्बीस किलोमीटर लंबे रिठाला-कुंडली सेक्शन की आधारशिला भी रखेंगे, जिसकी लागत करीब 6,230 करोड़ रुपये होगी. इस कॉरिडोर के बनने से दिल्ली और हरियाणा के उत्तर-पश्चिमी इलाकों में कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा.