मुंबई । एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा है कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों से निफ्टी लगातार दूसरे दिन हरे निशान पर रहा।
निफ्टी 0.62 फीसदी या 121.5 अंक ऊपर उठ कर 19,811.35 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 394 अंक या 0.60 फीसदी ऊपर 66,473.05 पर बंद हुआ।
एनएसई पर वॉल्यूम में दिन-ब-दिन सुधार होता जा रहा है। स्मॉल-कैप सूचकांक निफ्टी से अधिक बढ़ गया, भले ही अग्रिम गिरावट अनुपात 1.98:1 पर रहा।
जसानी ने कहा कि फेडरल रिजर्व मीटिंग मिनट्स और अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़ों के जारी होने से पहले, चीन में स्टीमुलस की उम्मीद और बांड यील्ड में गिरावट से निवेशकों में उत्साह है, जिसका असर बुधवार को वैश्विक शेयरों में देखा गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की टिप्पणियों के बाद जोखिम उठाने की क्षमता में वृद्धि हुई, जिससे यह उम्मीद जगी कि केंद्रीय बैंक इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी को रोक सकता है, जिससे सेंटीमेंट्स को मदद मिली। हालांकि, निराशाजनक कॉर्पोरेट न्यूज के कारण यूरोपीय शेयरों में तेजी रुक गई।
भारत में इक्विटी स्कीम में शुद्ध निवेश पिछले महीने की तुलना में सितंबर में 30.4 प्रतिशत घटकर 14,091.3 करोड़ रुपये रह गया।
स्मॉल-कैप फंड निवेश में गिरावट और लार्ज-कैप स्कीम से निरंतर निकासी के कारण प्रवाह में कमी आई। सितंबर में म्यूचुअल फंड में एसआईपी योगदान 16,420.06 करोड़ रुपये रहा, जबकि अगस्त में यह 15,813.5 करोड़ रुपये था।
उन्होंने कहा कि एसआईपी की कुल राशि 8.70 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले महीने 8.47 लाख करोड़ रुपये थी।