इस्लामनगर । थाना क्षेत्र में बेखौफ चोरों ने शुक्रवार रात भगवंतनगर और अचलपुर गांव में पांच घरों को निशाना बनाया। चोर सभी घरों में ताला तोड़कर घुसे और नकदी, जेवर व सामान समेत करीब 13 लाख रुपये का सामान चुरा ले गए। शनिवार सुबह परिवारवाले सोकर उठे, तब उन्हें चोरी का पता चला। उनकी सूचना पर नूरपुर पिनौनी चैकी पुलिस पहुंच गई और टूटे ताले एकत्र करके ले गई, लेकिन एक मामले में भी एफआईआर दर्ज नहीं की। मकान मालिकों ने पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। गांव भगवंतनगर निवासी भूपेंद्र कुमार शुक्रवार रात अपने परिवारवालों के साथ घेर में सो रहे थे। दरअसल, एक मामले में थाना पुलिस उनके चाचा महीपाल सिंह को तलाश करने आती थी। पुलिस के डर से उनके परिवारवाले घर में नहीं सो रहे थे। शुक्रवार रात भी परिवार के सभी लोग घेर में सोए थे। सुबह आकर उन्होंने अपने घर में देखा तो दरवाजे के ताले टूटे पड़े थे। घर में सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। यह देखकर उनके होश उड़ गए।
जेवर और नकदी समेत 12 लाख की चोरी
भूपेंद्र कुमार ने बताया कि चोर उनके घर से दो हार, चार चूड़ियां, झाले, मंगलसूत्र, छह अंगूठी, चार जोड़ी कुंडल और करीब आधा किलो चांदी के अलावा 1.35 लाख रुपये चोरी करके ले गए। उन्होंने बताया कि चोर करीब 12 लाख रुपये का सामान चोरी करके ले गए हैं। उनकी सूचना पर नूरपुर पिनौनी चैकी पुलिस भी पहुंची और घर के ताले टूटे हुए एकत्र करके ले गई लेकिन शनिवार शाम तक पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
इधर, ग्राम अचलपुर निवासी फतेह सिंह की दुकान का ताला तोडकर चार हजार की रेजगारी, तीन मोबाइल, चार्जर और अन्य सामान चोरी करके ले गए। चोरों ने उनके बराबर में भाई नन्हे के घर का ताला भी तोड़ा था लेकिन उनके घर से चोरी नहीं कर पाए लेकिन उनके नजदीक में काली चरण के घर से पाजेब, बेसर, खंडुआ आदि चोरी हुए हैं। चोरों ने इसी गांव के जगदीश के घर का ताला तोड़कर छह साड़ी चोरी कर लीं। नन्हे और कालीचरण पंजाब में मजदूरी करते हैं। इससे वह गांव नहीं आ पाए। ग्रामीणों ने उनके दरवाजे ठीक करवाकर नए ताले डलवा दिए हैं।
एफआईआर दर्ज करने से बच रही पुलिस
भगवंतनगर और अचलपुर गांव के सभी घरों में ताला तोड़कर चोरी हुई है। सभी घरों के मालिक पुलिस को टूटे हुए ताले दिखा रहे थे। उन्होंने खुले बक्से, अलमारी और बिखरा पड़ा सामान तक दिखाया लेकिन पुलिस चोरी की घटना को मानने को तैयार नहीं है। जो ताले तोड़े गए थे, उनको पुलिस एकत्र करके अपने साथ ले गई। अब पुलिस एफआईआर दर्ज करने से बच रही है। इंस्पेक्टर हरेंद्र सिंह का कहना है कि यह मामले संदिग्ध हैं। इनकी जांच कराई जाएगी, उसके बाद कार्रवाई होगी।