जयपुर। शहर में हर सड़क पर पशु खुले में घूम रहे है। हैरिटेज नगर निगम ने शहर में आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए 7 दिन का विशेष अभियान भी चलाया, लेकिन सड़क पर घूम रहे आवारा जानवर इस अभियान की हकीकत बयां कर रहे है। अभियान के नाम पर निगम प्रशासन ने सिर्फ 60 से 70 पशु ही पकड़े। नतीजा शहर की सड़कों पर घूम रहे आवारा जानवर लोगों के लिए परेशानी का कारण बने हुए है।
हैरिटेज नगर निगम ने शहर में आवरा जानवरों को पकड़ने के लिए 9 नवंबर से 15 नवंबर तक विशेष अभियान चलाया। निगम अधिकारियों की मानें तो विशेष अभियान के दौरान निगम ने हैरिटेज क्षेत्र से सिर्फ 60 से 70 पशु ही पकड़े। जबकि निगम आयुक्त ने विशेष अभियान चलाकर आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए निर्देश जारी किए, इसके साथ ही शहर में जगह—जगह चारा बेचने वालों को पाबंद करने के भी निर्देश दिए, लेकिन अफसरों की ढिलाई के चलते अभियान का कोई असर देखने को नहीं मिला।
सिर्फ एक पिंजरे के भरोसे अभियान
हैरिटेज नगर निगम के पास पशु पकड़ने के लिए दो पिंजरे है। एक पिंजरे में एक बार में केवल 10 पशु ही आ पाते है। हकीकत यह है कि निगम का एक पिंजरा खराब पड़ा है, जो किसी काम नहीं आ रहा है, जबकि दूसरे पिंजरे से भी एक दिन में दो शिफ्ट में ही काम लिया जा सकता है, यानी दिनभर में भागदौड़ भी करें तो सिर्फ 20 पशु ही पकड़ पाए। अभियान के दौरान भी 7 दिन में 70 पशु ही पकड़े, यानी एक दिन में औषतन 10 पशु ही पकड़ पाए।
हर सड़क पशु, लोग परेशान
शहर में हैरिटेज नगर निगम के परकोटे के बाजारों के साथ जवाहर नगर बायपास, चांदी की टकसाल, पुरानी बस्ती, गणगौरी बाजार, जलेब चौक, सिंह द्वार, तालकटोरा कॉलोनी, किशनपोल बाजार, चांदपोल बाजार, शास्त्री नगर, दिल्ली बायपास, आमेर रोड, सुभाष चौक, संजय बाजार सहित कई जगहों पर सड़कों पर आवारा पशु घूमते नजर आ रहे है। इससे वाहन चालकों के साथ जनता भी परेशान हो रही है।
ग्रेटर नगर निगम में भी यही हाल
ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में भी सड़कों पर आवारा पशु खुले में घूम रहे है। बाहरी कॉलोनियों में सड़कों पर दिनभर आवारा पशु घूमते नजर आ रहे है। पशु पकड़ने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही हैै। हकीकत अवैध पशु डेयरियों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से स्थिति जस की तस बनी हुई है।