अयोध्या। श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू हुई। इस दौरान मंदिर निर्माण के कार्यों को गति देने पर चर्चा हुई है। रामनवमी तक यात्री सुविधाएं विकसित करने के जो भी काम बचे हैं, उन्हें पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
शेष काम रामनवमी तक होगा पूरा
श्रीराम मंदिर के ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र ने बताया कि परिसर की सभी सड़कों का निर्माण, प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा उपकरण लगाने के काम, तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र का शेष काम रामनवमी से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
परिसर की साफ-सफाई के लिए एक कंपनी को ठेका दिया गया है। कपंनी के 50 कर्मचारी रोजाना सफाई करते हैं। बैठक में इस बात पर जोर रहा है कि निर्माण कार्यों के बीच किस तरह निर्बाध दर्शन चलता रहे। इसको लेकर कार्ययोजना तय की गई।
795 मीटर लंबे परकोटे का निर्माण कार्य चल रहा है
मंदिर के परकोटे का निर्माण भी जल्द शुरू हो जाएगा। मंदिर में 795 मीटर लंबे परकोटे का निर्माण कार्य चल रहा है। श्रीराम जन्मभूमि परिसर में सप्त मंडपम भी बनाए जाने हैं। सप्त मंडल में महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषाद राज, माता शबरी व माता अहिल्या के मंदिर बनाए जाएंगे।
बैठक में सप्त मंडल का भी काम शीघ्र शुरू करने पर चर्चा हुई है। बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय, मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव, मंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा समेत कार्यदायी संस्था के इंजीनियर मौजूद रहे।
शीघ्र शुरू होगा राम दरबार का काम
एएनआइ के अनुसार, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर की पहली और दूसरी मंजिल पर भगवान राम के ‘दरबार’ का काम तुरंत शुरू हो जाएगा, जो दिसंबर 2024 में पूरा हो जाएगा।