नगर में पाठक तो गांवो में संजय तिवारी जगा रहे हैं भाजपा की अलख

लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी, विधानसभा रामनगर से हो रही हैं मजबूत
बाराबंकी।
पिछले दस वर्षों से लोकसभा सुरक्षित सीट बाराबंकी पर काबिज भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने हैट्रिक लगाने की जिम्मेदारी जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत को सौंप दी है। भाजपा से टिकट मिलने के बाद राजरानी ने पूरे तामझाम के साथ में अपना नामांकन किया। नामांकन सभा में प्रदेष के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी शामिल हुए और राजरानी को मजबूती प्रदान की। पांच विधानसभाओं में फैली बाराबंकी सुरक्षित लोकसभा सीट में विधानसभा रामनगर में नगर पंचायत में भाजपा की अलख जहां नगर पंचायत अध्यक्ष रामषरण पाठक जला रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण कस्बों में भाजपा का झण्डा ब्लाक प्रमुख संजय तिवारी बुलंद किये हुए हैं। जानकारी के अनुसार, बाराबंकी सुरक्षित लोकसभा सीट पर चुनाव पांचवे चरण में होने हैं और आगामी 20 मई को मतदान होगा जबकि 4 जून को नवीन सब्जी मण्डी में मतगणना का कार्यक्रम प्रस्तावित है।

भाजपा ने लगातार दस वर्षों से सपा का गढ़ कहे जाने वाले लोकसभा सीट बाराबंकी पर कब्जा है। वर्ष 2014 में भाजपा के सांसद प्रियंका सिंह रावत रहीं तो वर्ष 2019 में जब लोकसभा चुनाव हुए तो भाजपा के सांसद उपेन्द्र सिंह रावत बने वर्ष 2024 में जब लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई तब भाजपा ने पहले उपेन्द्र सिंह रावत पर ही अपना भरोसा जताया था लेकिन एक विवादित वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा अपना प्रत्याषी बदल दिया और जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत पर दांव लगा दिया। जबकि इण्डिया गठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में आयी थी इस सीट पर लगातार चार चुनाव हार चुके पूर्व सांसद पीएल पुनिया के पुत्र तनुज पुनिया पर पुनः कांग्रेसियों ने भरोसा जताया है। तनुज पुनिया ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। बसपा ने नामांकन के समय अपना प्रत्याषी षिवकुमार दोहरे को बनाया षिव कुमार दोहरे ने भी बीते गुरुवार और शुक्रवार को नामांकन पत्र लगातार दो दिन दाखिल किया।

इसके अलावा अन्य छोटे दलों के प्रत्याषियों ने भी नामांकन पत्र भरकर अपनी किस्मत आजमाने के लिए निकले। वहीं कई निर्दलीय प्रत्याषियां ने भी अपने नामांकन पत्र भरकर अपनी आमद दर्ज करवायी। बाराबंकी लोकसभा सीट अयोध्या की प्रवेष द्वार कही जाती है इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने के लिए प्रदेष के दिग्गजों से लेकर जिले के दिग्गज भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने रणनीति बनानी शुरु कर दी है। जिले की पांचो विधानसभाओं में भाजपा ने अलग-अलग रणनीति बनाते हुए हर जाति बिरादरी के लोगों को शामिल करके चुनाव प्रचार भी शुरु कर दिया है। विधानसभा कुर्सी में जहां राजरानी रावत का मूल निवास है वहां पर राजरानी के समर्थक तो चुनाव प्रचार कर ही रहे हैं लेकिन सारी जिम्मेदारी कुर्सी के भाजपा विधायक साकेन्द्र वर्मा को सौंप दी गयी है। इसी तरह विधानसभा हैदरगढ़ में चुनाव की कमान भाजपा विधायक दिनेष रावत, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि त्रिवेदीगंज सुनील सिंह, नगर पंचायत हैदरगढ़ चेयरमैन आलोक तिवारी, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि हैदरगढ़ रामदेव सिंह, सिद्धौर ब्लाक प्रमुख आरती रावत को भी प्रमुख जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं ने सौंपी है। विधानसभा जैदपुर और विधानसभा नवाबगंज की जिम्मेदारी भी कई दिग्गजों के कंधो पर है। लेकिन सबसे ज्यादा भाजपा का झण्डा विधानसभा रामनगर में नगर पंचायत रामनगर के चेयरमैन रामषरण पाठक और ब्लाक प्रमुख रामनगर संजय तिवारी ने बुलंद कर रखा है।

रामषरण पाठक हमेषा से भाजपाई ही रहे हैं। उन्होने पिछले वर्ष जब निकाय चुनाव हुए थे तो भाजपा से टिकट की दावेदारी प्रस्तुत की थी। लेकिन भाजपा के नेताओं ने पुराने चेयरमैन बद्री विषाल त्रिपाठी को टिकट दे दिया था जिससे नाराज होकर रामषरण पाठक ने निर्दलीय प्रत्याषी के रुप में नगर पंचायत रामनगर से चेयरमैनी का चुनाव लड़ा और रामनगर की जनता ने उनको हाथों हाथ लिया और रोमांचक जीत रामषरण पाठक ने दर्ज की। उसके बाद भाजपा के कई दिग्गजों द्वारा उनको मनाया गया जिस पर रामषरण पाठक ने पुनः प्रदेष कार्यालय पर जा करके भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा में शामिल होने के बाद से ही जैसे ही लोकसभा चुनाव का बिगुल बजा और भाजपा ने राजरानी रावत को अपना प्रत्याषी घोषित किया रामषरण पाठक ने नगर में भाजपा की अलख जलाने का काम शुरु कर दिया। रोजाना श्री पाठक अपने समर्थकों के साथ में नगर की गलियों में घूम घूम करके भाजपा के पक्ष में प्रचार प्रसार कर रहे हैं और राजरानी के लिए वोट भी मांग रहे हैं। श्री पाठक का दावा…

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