झारखंड में चुनाव के बाद एक अलग संयोग सामने आया जहां उत्पाद विभाग संभालने वाले मंत्री दोबारा जीत का स्वाद चख नहीं पाए…

झारखंड की जनता ने वर्ष 2024 के चुनाव में मतदान से लेकर जनादेश तक हर तरह से इतिहास लिखा है राज्य गठन के बाद जहां वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 67.74% मतदान हुआ जो अब तक का रिकॉर्ड तोड़ मतदान रहा वहीं, परिणाम की बात करें तो 23 नवंबर को 56 सीट इंडिया गठबंध को देकर जो जनादेश दिया है, यह भी राज्य गठन के बाद रिकॉर्ड ही है, न राजनीतिक दलों ने इतने बड़े जनादेश का अनुमान लगाया होगा, जो इस बार राज्य की साढ़े 3 करोड़ जनता ने कर दिखाया है

हेमंत सोरेन को मिली प्रचंड बहुमत से जहां एक तरफ इंडिया गठबंधन गदगद है, वहीं दूसरी तरफ कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए हैं, जिसमें सोरेन कैबिनेट के चार मंत्री भी शामिल है मंत्रियों की हार में एक विभाग भी पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है दरअसल, यह विभाग है उत्पाद विभाग (मद्य निषेध विभाग), जिसने भी इस विभाग को मंत्री के रूप में संभाला, वह अगली बार चुनाव हार गया यह महज एक संयोग नहीं बल्कि झारखंड के आधा दर्जन से ज्यादा उत्पाद विभाग के मंत्रालय को संभालने वाले मंत्रियों के साथ हकीकत में हुई घटना है

3 कैबिनेट मंत्री चुनाव हारे
हेमंत सोरेन सरकार के चार में से तीन कैबिनेट मंत्रियों की हार का कारण भी यही उत्पाद विभाग (मद्य निषेध विभाग) बना है, पूर्व शिक्षा एवं उत्पाद विभाग के मंत्री जगन्नाथ महतो के निधन के बाद उनकी पत्नी बेबी देवी को उत्पाद विभाग (मद्य निषेध विभाग), का मंत्री बनाया गया था और वह वर्ष 2024 का चुनाव अपनी परंपरागत डुमरी सीट से हार गई

यही हाल मंत्री मिथिलेश ठाकुर का हुआ, हेमंत सोरेन के जेल जाने के बाद चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके कैबिनेट में मिथिलेश ठाकुर को उत्पाद विभाग (मद्य निषेध विभाग) की जिम्मेवारी सौंपी गई और परिणाम यह हुआ की 2024 के चुनाव में मिथिलेश ठाकुर गढ़वा से हार गए

जेल से वापस लौटने के बाद हेमंत सोरेन के नेतृत्व में पुनः बनी सरकार में मंत्री बैद्यनाथ राम को शिक्षा विभाग के साथ उत्पाद विभाग की जिम्मेवारी मिली थी, मंत्री बैद्यनाथ राम भी 2024 के चुनाव हार गए हैं पूर्व की अलग-अलग सरकार में उत्पाद विभाग (मद्य निषेध विभाग) का जिम्मा संभाल चुके उस वक्त के तत्कालीन मंत्री रहे जयप्रकाश भाई पटेल , कमलेश सिंह, गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर तीनों को इस बार के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है

इन नेताओं की हार का भी बना कारण
पूर्व मंत्री और कांग्रेस के प्रत्याशी जयप्रकाश भाई पटेल वर्ष 2024 के चुनाव में मांडू सीट से चुनाव हारे, जबकि पूर्व मंत्री और वर्तमान में बीजेपी के प्रत्याशी कमलेश सिंह हुसैनाबाद सीट से चुनाव हार गए वहीं, पूर्व मद्य निषेध विभाग के मंत्री रहे गोपाल कृष्ण पातर को जदयू ने तमाड़ से प्रत्याशी बनाया था, इस बार हुए वर्ष 2024 के चुनाव में उन्हें भी करारी हार का सामना करना पड़ा है

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