कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पूर्वी क्षेत्रीय कार्यालय ने पिछले चार वर्षों में 11 हजार 500 करोड़ रुपये की भारी राशि बरामद की है। यह ईडी के सभी क्षेत्रीय कार्यालयों में सबसे अधिक है। सूत्रों के अनुसार, इस राशि का अधिकांश हिस्सा पश्चिम बंगाल से जुड़े मामलों से बरामद हुआ है।
केंद्रीय एजेंसी से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तरों पर शिक्षकों की भर्ती में अनियमितताओं से जुड़े मामलों में लगभग 380 करोड़ रुपये की वसूली की गई है।
स्कूल नौकरी घोटाले में सबसे अधिक नकद वसूली अर्पिता मुखर्जी के दो निवासों से हुई थी, जो 2022 में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी थीं। वहां से 52 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी। दोनों फिलहाल इस मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।
एक अन्य बड़ी बरामदगी ई-नगेट्स गेमिंग ऐप घोटाले में 150 करोड़ रुपये की रही, जिसमें नकदी, बैंक खातों और क्रिप्टोकरेंसी की जब्ती शामिल है।
राज्य के राशन वितरण और संदेशखली में अवैध भूमि कब्जे के मामलों में कुल 66 करोड़ रुपये की वसूली की गई है।
हाल ही में ईडी ने कोलकाता के राज्य-प्रबंधित आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में वित्तीय अनियमितताओं के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की है। इन अधिकांश मामलों में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) समानांतर जांच कर रही है।