इटावा। लखना के ठाकुरान मुहाल में बीमार वृद्धा दो दिन बेटे के शव के साथ बनी रहीं और उन्हें पता ही नहीं चला। शव के सड़ने के बाद दुर्गंध फैलने पर बुधवार सुबह आसपास के लोगों को जानकारी हो सकी। मौत गर्मी के कारण तबीयत खराब होने और उपचार न मिलने से होने की आशंका जताई जा रही है।
शव की हालत देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसकी दो दिन पहले घटना हुई। बीमार मां भी घटना के संबंध में कुछ जानकारी नहीं दे सकीं।
ठाकुरान मुहाल निवासी जसवंत सिंह ने बताया कि पिता सरमन सिंह कुशवाहा का निधन हो चुका है। उनके घर के सामने वाले मकान में 85 वर्षीय बीमार मां मालती देवी के साथ अविवाहित 50 वर्षीय भाई धूप सिंह रहता था। धूप सिंह ही बीमार मां की देखभाल करता था। मां की तबीयत खराब होने के कारण वह कमरे में दवा खाकर लेटी रहती थीं।
बुधवार सुबह राहगीरों को उनके घर के सामने से निकलते समय दुर्गंध आई तो उनको जानकारी दी। कमरा खोला गया तो कपड़े पहने हुए धूप सिंह का शव तख्त पर पड़ा था। शव काला पड़ गया और मुंह से खून का झाग निकल रहा था।
थाना प्रभारी निरीक्षक राकेश शर्मा व चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। पूछताछ में स्वजन ने बताया कि अविवाहित धूप सिंह बीमार रहते थे। जसवंत सिंह ने बताया कि जिस कमरे में मां लेटी रहती थीं, वहां खाने का सामान व पानी रखा रहता है। अत्यधिक बीमार होने की वजह से वह कमरे से बाहर नहीं निकलती थीं, इसलिए उन्हें भाई की मृत्यु की जानकारी नहीं हुई।
मुहल्लेवासी इस बात पर हैरत जता रहे हैं कि बस्ती के बीच एक घर में दो दिन तक एक व्यक्ति का शव सड़ता रहा और कोई जान नहीं पाया। चर्चा है कि पंखा चलाने के लिए बिजली के तारों को बोर्ड में लगाते समय करंट की चपेट में आकर उनकी मौत हुई है। थाना प्रभारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मृत्यु की वजह का पता चल सकेगा।