बदायूं । ब्लॉक कदरचौक ग्राम पंचायत बेहटा डम्बर नगर का मावला सामने आया है। बेहटा डम्बर नगर के प्रधान मुहम्मद शफी मनरेगा घोटाला,ग्राम विकास निधि घोटाला, शौचालय निर्माण घोटाला मे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के निशाने पर
ईडी ने उनके विरूद्ध आरोपों का जनहित में स्वत:संज्ञान लेकर जांच शुरू की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। ईडी ने जांच रिपोर्ट शासन के अलावा सीबीआई को भेजी है। इसमे प्रधान मोहम्मद शफी और पूर्व प्रधान सफदरी बेगम पत्नी मुहम्मद शफी के विरूद्ध कार्यवाही की संस्तुति की गयी है।
ईडी ने अपनी जांच के पुख्ता सुबूतों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला है कि बेहटा डम्बर नगर के प्रधान मुहम्मद शफी आय के ज्ञात स्त्रोतों से अधिक सम्पत्ति रखने के कारण भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988की धारा 13 का उल्लंघन करने के दोषी है। इतना ही नहीं मनरेगा जाब कार्ड शौचालय तालाब उच्चीकरण सडक निर्माण में गैर कानूनी तरीके से व्यवसाय में शामिल होने के आपराधिक कदाचार के दोषी है। ईडी को इस बात के सुबूत मिले हैं कि बेहटा डम्बर नगर के प्रधान मुहम्मद शफी बड़े पैमाने पर घोटाला मे लिप्त हैं यह तथ्य रिकार्ड के साथ साथ आयकर युक्त द्वारा प्रस्तुत जताया गया है कि एक गांव के प्रधान रहते हुए 3 बर्ष में अत्याधिक कृषि उत्पादन भूमि खाता मे नगदी सहित भारी मात्रा मे धन पाए जाने के मामला सामने आया है।
प्रधानों और सचिवों ने ग्राम निधि से करीब 348,684 धनराशि और मनरेगा योजना में 5,08,678 धनराशि का गबन किया गया है। डीएम के आदेश पर डीपीआरओ ने तत्कालीन और वर्तमान प्रधानों के साथ सचिवों को नोटिस जारी किया गया है। ऐसे में वर्तमान प्रधान की पावर सीज होने तथा सचिवों पर निलंबन की तलवार लटक गई है।.
अब देखना होगा योगी सरकार ऐसे भ्रष्टाचारियों को क्या कार्रवाई करती है