इस्लामाबाद। रावलपिंडी सेंट्रल जेल (अदियाला जेल) में लंबे समय से बंद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक और अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान ने मुल्क के लोगों का जेल जाने से न डरने का आह्वान किया है। वह कल (शनिवार) मीनार-ए-पाकिस्तान लाहौर में होने वाली पीटीआई की रैली को बदलाव की किरण के रूप में देख रहे हैं।
जियो न्यूज के अनुसार, इमरान खान का मानना है कि इस समय उनके सामने ‘करो या मरो’ वाली स्थिति है। इमरान ने कहा कि हुकूमत चाहे जितनी बाधा डाले, पंजाब की राजधानी लाहौर में रैली हर हाल में होगी। पीटीआई संस्थापक खान ने अदियाला जेल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश का बच्चा-बच्चा हर तरह की स्थिति का सामना कर रैली में भाग लेने के लिए घरों से बाहर आएगा।
उन्होंने कहा, “मैं 15 महीने से जेल में हूं और आगे भी जेल में रहने के लिए तैयार हूं। लोगों को जेल जाने से डरना नहीं चाहिए। संविधान हमें एकत्र होने का अधिकार देता है। मैं देशवासियों से 21 सितंबर को लाहौर में अपने भविष्य के लिए सामने आने का आग्रह करता हूं। सुप्रीम कोर्ट आखिरी संस्था है, जिससे लोगों को उम्मीदें हैं। अगर सुप्रीम कोर्ट को भी नष्ट कर दिया गया, तो पाकिस्तान लिजलिजा गणराज्य बन जाएगा।”
क्रिकेटर से नेता बने खान ने कहा कि संविधान में प्रस्तावित संशोधनों पर पूरी चर्चा होनी चाहिए थी। रात के अंधेरे में संशोधनों के पीछे की मंशा अब पता चल गई है। सुप्रीम कोर्ट को नष्ट करना लोकतंत्र को नष्ट करना है। लोकतंत्र को नष्ट करना स्वतंत्रता को नष्ट करना है। जब स्वतंत्रता नष्ट हो जाती है, तो लोग गुलाम बन जाते हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का भविष्य निवेश से जुड़ा है। विदेश में रहने वाले पाकिस्तानियों को छोड़कर कोई भी मुल्क में निवेश नहीं करेगा। खान ने कहा कि जरदारी और नवाज शरीफ दो बार बाहर गए और अब वे फिर से बाहर जाएंगे, हर कोई जानता है कि उनका पैसा बाहर पड़ा है।