पुलिसिया पूछताछ बनी अवैध कमाई का जरिया

लखीमपुर खीरी। पूछताछ के नाम पर कोतवाली और थानों में लाए गए संदिग्धों को छोड़ने के एवज में आए दिन रुपये लेने के आरोप लगते रहे हैं। ऐसा ही मामला थाना नीमगांव पुलिस का सामने आया है। लूट मामले में पकड़कर लाए गए साले-बहनोई को पुलिस ने पांच दिन तक हिरासत में रखा। आरोप है कि बाद में 80 हजार रुपये लेकर दोनों को पुलिस ने छोड़ दिया। रुपये के लेनदेन को लेकर छोड़े गए एक आरोपी की मां व युवक के बीच एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

जिसमें महिला अपने बेटे और दामाद को छोड़ने की एवज में जमीन गिरवी रखकर पुलिस को रुपये देने की बात कह रही है। वायरल ऑडियो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
नीमगांव क्षेत्र में गोली मारकर युवक से लूट मामले में बेहजम चौकी पुलिस भी खुलासे में लगी है। हफ्ते भर पहले चौकी पुलिस शक के आधार पर सीतापुर जिले के थाना इमलिया सुल्तानपुर के गांव दिबियापुर निवासी एक युवक और उसके बहनोई को पकड़कर लाई थी। साथ ही उसकी बाइक और मोबाइल को भी कब्जे में लिया था। पुलिस ने चौकी पर ही दोनों से पांच दिनों तक कड़ाई से पूछताछ की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इधर, परिजन भी दोनों को छुड़ाने की कोशिश करने लगे। पांच दिन बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया, लेकिन गुरुवार को मामले में उस समय एक नया मोड़ आ गया, जब एक ऑडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने लगी। ऑडियो में छोड़े गए एक आरोपी की मां कह रही है कि पुलिस दोनों को जेल भेजने और जमानत न होने की बात कहकर उसे डरा धमका रही थी। उसने गिरवी रखकर एक व्यक्ति के जरिए 80 हजार रुपये चौकी पुलिस को दिए हैं। महिला से बात कर रहा युवक रुपये देने का विरोध कर रहा है। वह कहता है कि जब दोनों निर्दोष हैं तो वह बिना रुपये दिए दोनों को पुलिस से छुड़वाता। ऑडियो वायरल होने के बाद पुलिस की एक बार फिर फजीहत होने लगी है।

पुलिस पर इसी तरह के लगते हैं आरोप
चौकी इंचार्ज अजय सिंह ने बताया कि मैने ऑडियो सुना है। महिला किसी से बातचीत कर रही है, जिसमें वह 80 हजार रुपये चौकी पुलिस को देने की बात कह रही है। मेरी न तो महिला से कोई बात हुई है और न ही मैने किसी से कोई रुपये मांगे हैं। जब कोई पकड़कर आता है तो पुलिस इसी तरह के आरोप लगते हैं।

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