शिवरतनगंज थाना क्षेत्र की दांदूपुर ग्राम पंचायत का मामला।
इन्हौना अमेठी | परगना क्षेत्र अन्तर्गत विकास खण्ड सिंह पुर की ग्राम पंचायत दादूंपुर में गाटा संख्या 1031 पर विगत कई दिनों से लेखपाल मानष शुक्ला की सांठगांठ से सरकारी भूमि पर पिलर बनाकर अवैध निर्माण किया जा रहा है इसकी लिखित शिकायत ग्राम प्रधान राम किशोर सहित दर्जनों लोगों ने उपजिलाधिकारी तिलोई, जिलाधिकारी अमेठी सहित उच्च अधिकारियों से की गई लेकिन अभी तक किये जा रहे अवैध निर्माण कार्य में स्थानीय तहसील प्रशासन द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है जिससे क्षुब्ध ग्रामीणों में भारी रोश व्याप्त है।बता दें कि पवन कुमार पुत्र राम केवल निवासी ग्राम सरैया सलारपुर मजरे चिलौली विकास खण्ड सिंह पुर के नाम पूर्व प्रधान द्वारा अवैध रूप से आवासीय एवं कृषि योग्य पट्टा कर दिया गया है | सम्बन्धित व्यक्ति दादूपुर ग्राम पंचायत में किराये पर निवास करता था | दिये गये पट्टे के रकबा से बढकर आरोपी द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है | जिसकी शिकायत तिलोई उपजिलाधिकारी और डीएम अमेठी किये जाने पर राजस्व निरीक्षक व हल्का लेखपाल को सम्बन्धित प्रकरण की जाँच हेतु निर्देशित किया गया लेकिन जांच अभी तक ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है, इसके बावजूद अवैध पट्टा धारक पवन कुमार द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा है | जिला अधिकारी अमेठी को दिये गये शिकायती पत्र के माध्यम से हल्का लेखपाल मानस शुक्ला पर ग्राम प्रधान सहित नागरिकों ने बिना सूचना दिये सरकारी भूमि की पैमाइश करने व अवैध कब्जा करवाने का आरोप लगाते हुए सम्बन्धित अवैध पट्टे को निरस्त किये जाने व ग्राम पंचायत की भूमि बचाने की गुहार प्रधान राम किशोर द्वारा जिलाधिकारी से लगाई गई है , इसके अलावा आधा दर्जन नागरिकों ने लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें दांदूपुर ग्राम पंचायत से हटाकर अन्यत्र जगह किये जानें की मांग की गई वहीं डीएम ने एसडीएम तिलोई को इस मामले में जांच पड़ताल कर उचित कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए थे लेकिन की दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई सर्व मान्य हल नहीं हो सका है ,लेखपाल से सांठगांठ कर पवन कुमार लगातार अवैध निर्माण कार्य करने में जुटे हुए हैं और डंफर से अवैध खनन करवाकर मिट्टी की पटाई भी कर रहे है जिसको लेकर थाना समाधान दिवस में भी ग्रामीणो ने अवैध निर्माण कार्य बंद करवा कर वैधानिक कार्यवाही की मांग तिलोई तहसील प्रशासन से की है लेकिन समाधान दिवस में हुई शिकायत अभिलेखों तक सीमित रही।