नई दिल्ली। थायरॉयड डिसऑर्डर एक ऐसी समस्या है, जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। यह दो प्रकार का होता है पहला हाइपरथाइराडिज्म और दूसरा हाइपोथायरायडिज्म। हाइपरथाइराडिज्म में अत्यधिक मात्रा में थायरॉयड हार्मोन बनता है और हाइपोथायरायडिज्म में कम मात्रा में थायरॉयड हार्मोन बनता है। इन दोनों ही डिसऑर्डर की वजह से सेहत को काफी नुकसान हो सकता है।
दरअसल, थायरॉइड हार्मोन हार्ट रेट, मेटाबॉलिज्म और बॉडी टेंपरेचर पर सीधे रूप से प्रभाव डालता है। इसके अलावा, ये मांसपेशियों, हड्डियों और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी कंट्रोल करता है, लेकिन अगर हमारे शरीर में थायरॉयड हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है, तो हमारे शरीर का वजन कम या अधिक होने लगता है। ऐसे में पैरों में दिखने वाली कुछ लक्षणों की मदद से भी आप पता लगा सकते हैं कि आपके थायरॉइड ग्लैंड के साथ कोई समस्या है। आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में।
पैरो में सूजन का होना
वेसे तो पैरों में सूजन की समस्या स्किन इन्फेक्शन, डाइबिटीज, किडनी डैमेज और हृदय रोग संबंधी समस्याओं के कारण हो सकती है, लेकिन यह समस्या हाइपोथायरायडिज्म में भी देखने को मिलती है।
पैरों में ऐंठन और दर्द
हाइपोथायरायडिज्म में मांसपेशियों, तंत्रिका और जोड़ों में दर्द भी होता है, जिसकी वजह से पैरों में गंभीर ऐंठन और दर्द की समस्या पैदा होती है।
पैरों का ठंडा होना
थायरॉयड की वजह से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है, जिससे हाथ और पैर ठंडे होने लगते हैं।
पैर के नाखूनों में होने वाली समस्याएं
शरीर में पाए जाने वाले थायरॉयड हार्मोन की कमी या अधिकता से हाथ और पैर के नाखूनों में असामान्यताएं दिखाई पड़ने लगती हैं।
पैरों के तलवों का पीला पड़ना
थायरॉयड की समस्या होने पर शरीर के लिए बीटा कैरोटीन को विटामिन-ए में बदलना करना मुश्किल हो जाता है, जिससे शरीर में बीटा कैरोटीन जमा होने लगती है। इसके कारण हाथों और पैरों के तलवों में पीलापन दिखाई पड़ने लगती है।
पैरों में खुजली होना
थायरॉयड की समस्या होने पर स्किन रूखी होने लगती है खासकर पैरों में, जिससे पैरों में खुजली और झुनझुनी की समस्या पैदा होने लगती है।
पैरों में होने वाला इन्फेक्शन
पैरों में होने वाला इन्फेक्शन थायरॉयड की समस्या के कारण हो सकता है। इसे इग्नोर न करें और तुरंत डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें।