कांग्रेस आज बुधवार को अपने नए पार्टी मुख्यालय में शिफ्ट हो गई. सोनिया गांधी ने कोटला मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय इंदिरा गांधी भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान पार्टी से जुड़े शीर्ष नेताओं ने बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ-साथ संघ के प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा. कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भागवत के असली आजादी वाले बयान की निंदा की और कहा कि यदि वह ऐसे बयान देते रहे तो फिर देश में उनका घूमना-फिरना मुश्किल हो जाएगा.
मल्लिकार्जुन खरगे ने आज कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि आरएसएस और बीजेपी के लोगों को (1947 में मिली) देश की आजादी याद नहीं है क्योंकि उनके वैचारिक पूर्वजों की ओर से आजादी की जंग में कोई योगदान नहीं दिया गया है.
भागवत के किस बयान पर मचा घमासान
इससे पूर्व संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 2 दिन पहले सोमवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाना चाहिए क्योंकि सदियों से दुश्मन के हमले वाले इस देश को असली आजादी इसी दिन मिली थी.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने संघ प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बहुत ही शर्म की बात है कि आजादी मिलने के बाद भी वह इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं. उन्होंने संघ और बीजेपी का जिक्र करते हुए कहा, “(आजादी के लिए) इनके लोग कभी लड़े नहीं, कभी जेल भी नहीं गए, इसलिए आजादी के संघर्ष के बारे में कुछ याद ही नहीं है… जबकि हमारे लोग इस संघर्ष में लड़े थे, जान गंवाई थी, इसलिए हम देश की आजादी को याद करते हैं.”
मोहन भागवत के बयान की निंदाः खरगे
भागवत के बयान की निंदा करते हुए खरगे ने कहा, “मैं भागवत (मोहन) के बयान की मैं निंदा करता हूं और वह अगर भविष्य में ऐसे ही बयान देते रहे तो देश में उनका घूमना-फिरना बड़ा मुश्किल हो जाएगा.”
इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी भागवत पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि संघ के प्रमुख मोहन भागवत का यह बयान राजद्रोह की तरह है कि देश को असली आजादी राम मंदिर बनने के बाद मिली. राहुल ने कहा कि उन्होंने (भागवत) जो कहा है वह हर भारतीय का अपमान है. जबकि किसी दूसरे देश में ऐसा होने पर तो अब तक गिरफ्तार किए जा चुके होते.
करीब 5 दशक तक ’24 अकबर रोड’ कांग्रेस का मुख्यालय हुआ करता था और अब नया मुख्यालय बन गया है. इसके बारे में खरगे ने कहा, “हमारे लिए यह बहुत खुशी की बात है कि यह ऑफिस उसी इलाके में बना है जहां हमारे नायकों ने सोचा था.” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस मुख्यालय देश के लिए लोकतंत्र की पाठशाला की तरह है.