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भारतीय-अमेरिकी काश पटेल ने अमेरिका में संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के नौवें निदेशक के रूप में आधिकारिक रूप से शपथ ली. उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर ये शपथ ली. काश पटेल के चाचा कृष्णकांत पटेल ने अपने भतीजे की FBI निदेशक के रूप में नियुक्ति पर गर्व और खुशी जाहिर की और उनके शपथ ग्रहण समारोह के महत्व के बारे में बताया.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कृष्णकांत पटेल ने कहा कि भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ लेना एक बड़ी बात है, क्योंकि इससे उन्होंने अपनी संस्कृति को जीवित रखा है. उन्होंने ऐसा करके संदेश दिया कि वो विदेश में भी अपनी भारतीय संस्कृति को जीवित रखेंगे. यही सबसे बड़ी बात है. उन्होंने बताया कि काश पटेल का पैतृक गांव भद्रण है. इसकी देखरेख वे खुद करते हैं.
जल्दी ही काश से बात करेंगे
उन्होंने कहा कि मेरा गांव आनंद जिले के भद्रन में है. भद्रन गांव में उनका घर है. काश पटेल के पिता रमन भाई पटेल मेरे भाई हैं. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही पटेल से संपर्क करेंगे, क्योंकि लंबे समय से उनकी बातचीत नहीं हुई थी.
चाचा ने आगे कहा कि वे काश पटेल की नियुक्ति से बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा कि मुझे कल ही पता चला कि वे एफबीआई के निदेशक बन गए हैं. मैं इससे बेहद खुश हूं. हमारी लंबे समय से बात नहीं हुई है. अब हम जल्द ही उनसे बात करेंगे. संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के नवनिर्वाचित निदेशक काश पटेल ने कहा कि अपने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान उन्होंने भारतीय रूट को याद किया, साथ ही ‘अमेरिकी सपने’ की भव्यता पर भी प्रकाश डाला. शपथ लेते समय उनकी प्रेमिका और परिवार उनके बगल में खड़ा था और परिवार के दूसरे सदस्य भी वहीं बैठे हुए थे.
काश पटेल ने कहा कि जो कोई भी सोचता है कि अमेरिकी सपना मर चुका है, उसे यहां देखना चाहिए. आप पहली पीढ़ी के भारतीय बच्चे से बात कर रहे हैं जो भगवान की धरती पर सबसे महान राष्ट्र में कानून प्रवर्तन समुदाय का नेतृत्व करने वाला है.