महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी (अजित) के विधायक धनंजय मुंडे इन दिनों विवादों में घिरे हैं. इस बीच उन्होंने रविवार को महाभारत का हवाला देते हुए दावा किया कि उन्हें ‘अभिमन्यु’ की तरह नहीं घेरा जा सकता, क्योंकि वह महान धनुर्धर ‘अर्जुन’ हैं. धनंजय मुंडे पिछले साल 9 दिसंबर को बीड में मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख के अपहरण और हत्या के मामले में घिरे हैं. इसको लेकर वह विपक्षी नेताओं के निशाने पर हैं.
देशमुख हत्याकांड से जुड़े जबरन वसूली के मामले में पुलिस ने धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड को गिरफ्तार किया है. इसके बाद से विपक्ष समेत सत्तारूढ़ दल भी इनपर हमलावर हैं. विपक्ष के कई नेताओं ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से धनंजय मुंडे को बर्खास्त करने की मांग की हैं. इस बीच उन्होंने इस मामले में उन्हें निशाना बनाने वाले नेताओं की आलोचना की. मुंडे ने कहा कि, ‘मुझे अभिमन्यु की तरह घेरने से कोई फायदा नहीं होगा.’
महाराष्ट्र के पारली से NCP विधायक मुंडे को शनिवार रात राज्य सरकार की ओर से घोषित पालक मंत्रियों की सूची में शामिल नहीं किया गया. उनकी जगह उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार को उनके गृह जिले पुणे के अलावा बीड जिले की जिम्मेदारी सौंपी गई है. एनसीपी (अजित), एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और बीजेपी महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में शामिल है.
धनंजय मुंडे ने अहिल्यानगर के शिरडी में एनसीपी के अधिवेशन में सरपंच हत्याकांड और उससे जुड़े जबरन वसूली के मामले पर बात की. उन्होंने कहा कि उन्हें दुख है कि इन नेताओं में सत्तारूढ़ महायुति के लोग भी शामिल हैं. मुंडे ने कहा, ‘चाहे कुछ भी हो, मुझे अभिमन्यु की तरह घेरने से कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि मैं अभिमन्यु नहीं, अर्जुन हूं. पार्टी (राकांपा) के कुछ नेता भी अजित दादा को गलत जानकारी दे रहे हैं, जो इस कठिन समय में मेरे साथ खड़े हैं.’
अधिवेशन में बोलते हुए मुंडे ने कहा कि देशमुख की हत्या बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और वह तभी से मांग कर रहे हैं कि दोषियों को फांसी दी जाए. उन्होंने आरोप लगाया, ‘अपराध जाति या धर्म देखकर नहीं किया जाता, लेकिन इस घटना के कारण एक समुदाय को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है.’ मुंडे ने मुश्किल समय में साथ देने के लिए अजित पवार का आभार जताया और कहा कि इसके चलते उन्हें खलनायक करार दिया जा रहा है.