दिल्ली: भाजपा ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा है। भाजपा प्रवक्ता संबीत पात्रा ने कहा कि आज हम सुबह से भारतीय सेना के उन अफसरों और जवानों की अंतिम यात्रा को देख रहे थे, जिन्होंने मां भारती के लिए जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। मगर मुझे आश्चर्य होता है कि कुछ चैनल ये भी दिखा रहे हैं कि अभी भी वहां आतंकी हमलों पर कार्रवाई जारी है। इन सबके बीच कुछ नेता ऐसे हैं, जो देश विरोधी बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिग्गज नेता सैफ़ुद्दीन सोज ने बयान दिया है कि हिंदुस्तान को पाकिस्तान से न केवल बात करनी चाहिए अपितु आतंकवादियों के दिमाग में क्या चल रहा है, उसे भी समझने को कोशिश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को करनी चाहिए।
पात्रा ने साफ तौर पर कहा कि ये कांग्रेस की सोच है, सैफ़ुद्दीन सोज वही कांग्रेसी नेता है जिन्होंने अपनी किताब में लिखा था कि जम्मू कश्मीर अलग होना चाहिए। वही आज इस प्रकार के बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि आर्मी चीफ को कांग्रेस सड़क का गुंडा कहती है और आतंकवादी के मन को पढ़ने की बात करती है। हम इस बयान की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि संविधान (पहला संशोधन) अधिनियम, 1951 10 मई 1951 को तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा पेश किया गया था। विशेष रूप से, यह संशोधन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए था; इसने भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करने के साधन प्रदान किए।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता सवाल पूछते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक फर्जी थे, आप हमें सबूत दिखाइए। कांग्रेस के दिग्गज नेता पूछते हैं कि बताओ भगवान राम किस कमरे में पैदा हुए थे बताइए। जब ये सवाल पूछते हैं कि तो जायज है, इनका कोई बॉयकाट नहीं होता। लेकिन जब पत्रकार किसी डिबेट में इनसे सवाल पूछ लेता है कि आपके राज्य में भ्रष्टाचार क्यों हो रहा है। तो ये पत्रकारों का बॉयकाट कर देते हैं। क्यों नेता भगवान हैं क्या? ये भगवान पर सावल उठा सकते हैं लेकिन पत्रकार इनसे सवाल नहीं पूछ सकते हैं। भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि जिसका सच में बहिष्कार करना चाहिए उसका नाम राहुल गांधी है। नेता में दम नहीं है। आप किस-किस का बहिष्कार करेंगे। उन्हें छोड़ने से कुछ कल्याण हो सकता है।
संबित पात्रा ने कहा कि मुझे उस अवार्ड वापसी गैंग से जो मोमबत्ती वाले हैं, उनसे एक सवाल पूछना है कि आज शाम कहीं सुलगाएंगे या नहीं। यही लिस्ट अगर हमारी तरफ से जारी हुई होती तो बाजार में मोमबत्ती कम पड़ जाती, मोमबत्ती ब्लैक में बिक रही होती। सारे मोमबत्ती कल से खरीद कर घूम रहे होते। एक भी मोमबत्ती खरीदी गई है या नहीं? ये अवार्ड वापसी गैंग एक भी अवार्ड वापस करेगी? उन्होंने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने श्रीराम चरित्र मानस को पोटेशियम साइनाइड बता दिया। लिस्ट जारी करने वालों के मुह से एक शब्द नहीं निकल रहा है। क्या आप इस मंत्री का बहिष्कार करेंगे या नहीं।