कैसे हानिकारक है एवाकाडो?

नई दिल्ली। फल हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर होने की वजह से लोग इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं। एवोकाडो (Avocado) इन्हीं फलों में से एक है, जो पोषण पावरहाउस है। यह हेल्दी फैट, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। इनके मोनोअनसैचुरेटेड फैट हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं। साथ ही यह पोटेशियम का भी अच्छा स्रोत हैं, जो हेल्दी ब्लड प्रेशर को बढ़ावा देता है।

एवाकाडो से होने वाले ढेरों फायदों की वजह से ही लोग इसे अपनी डाइट में शामिल करते हैं, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि पोषक तत्वों का भंडार एवाकाडो आपकी किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है, तो क्या आप यकीन करेंगे। अगर आप यह सुन हैरान रह गए हैं, तो आपको बता दें कि यह पूरी तरह से सच है। कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में कारगर एवाकाडो किडनी की समस्या वाले लोगों के लिए हानिकारक होता है। आइए जानते हैं कैसे-

कैसे हानिकारक है एवाकाडो?

यूं तो एवोकाडो कई सारी समस्याओं का रामबाण इलाज साबित होता है, लेकिन किडनी डिजीज वाले लोगों के लिए यह हानिकारक हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक हेल्दी किडनी शरीर में पोटेशियम के स्तर को नियंत्रित करती हैं, लेकिन जब किडनी खराब हो जाती है, तो पोटेशियम खून में जमा हो सकता है, जिससे हाइपरकेलेमिया नामक कंडीशन हो सकती है। ऐसे में किडनी डिजीज वाले लोगों के लिए एवोकाडो जैसे हाई पोटेशियम वाले फूड्स का सेवन घातक हो सकता है।

इसलिए करें एवाकाडो से परहेज

ऐसा इसलिए क्योंकि एवाकाडो खून में पोटेशियम के स्तर को और बढ़ा सकता है, जिससे संभावित रूप से दिल की धड़कल की असामान्यताएं, मांसपेशियों में कमजोरी या यहां तक ​​कि गंभीर मामलों में कार्डियक अरेस्ट भी हो सकता है। अमेरिकन किडनी फंड के अनुसार, हाइपरकेलेमिया दिल का दौरा या मौत का कारण भी बन सकता है। दुर्भाग्य से, हाइपरकेलेमिया से पीड़ित कई लोगों को तब तक लक्षणों का अनुभव नहीं हो सकता जब तक कोई गंभीर हृदय स्वास्थ्य समस्याएं विकसित नहीं होती है।

अगर आपको किडनी की बीमारियों का खतरा है, तो 5 फूड आइटम्स से भी बचें-

केले

पोटेशियम से भरपूर केले खून में पोटेशियम के लेवल को बढ़ा सकते हैं, जिससे किडनी की बीमारी के लक्षण संभावित रूप से बिगड़ सकते हैं।

संतरे

हाई पोटेशियम का सोर्स होने की वजह से संतरे और इसके जूस से किडनी की समस्या वाले लोगों को बचना चाहिए।

प्रोसेस्ड मीट

बेकन, सॉसेज, डेली मीट और अन्य प्रोसेस्ड मीट में सोडियम और फास्फोरस की मात्रा ज्यादा होती है, जो किडनी पर दबाव डाल सकती है और किडनी की फंक्शनिंग को खराब कर सकती है।

डिब्बाबंद सूप और खाना

इनमें अक्सर सोडियम का लेवल हाई होता है, जो हाई ब्लड प्रेशर और फ्यूइड रिटेंशन में योगदान कर सकता है, जिससे किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।

डेयरी प्रोडक्ट्स

दूध, पनीर और दही में फास्फोरस और पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है, इसलिए किडनी की बीमारी वाले व्यक्तियों को इनका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए या फिर कम फास्फोरस और पोटेशियम वाले प्रोडक्ट्स चुनना चाहिए।

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