मुहर्रम जूलूस में नई परंपरा से रोकने में रंजिश में हिंदुओं पर हमले के आरोपितों के गिराए जाएंगे मकान

बरेली। मुहर्रम जूलूस में नई परंपरा से रोकने में रंजिश में हिंदुओं पर हमले के आरोपितों के मकान गिराए जाएंगे। रविवार को गौसगंज गांव में जांच करने पहुंची राजस्व विभाग की टीम ने पाया कि 11 मकान सड़क पर अतिक्रमण कर बनाए गए। देर शाम तक चिह्नीकरण के बाद टीम लौट गई, जोकि आज शेष हिस्से का सर्वे करेगी।

अधिकारियों का कहना है कि जांच रिपोर्ट के आधार पर अतिक्रमण पर बुलडोजर (बैकहो लोडर) चलेगा। इसके अलावा, उपद्रव का अन्य आरोपित आलमगीर व निजाकत अली मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। इसमें आलमगीर के पैर में गोली लगी, एक सिपाही को छर्रे लगे। पुलिस अब तक 35 आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है।

आरोपितों पर लगेगी रासुका
एसपी दक्षिणी मानुष पारीक का कहना है कि आरोपितों पर रासुका लगाई जाएगी। संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। गौसगंज गांव में 17 जुलाई को मुहर्रम के जुलूस के दौरान मंदिर के सामने ढोल बजाए गए थे। हिंदू पक्ष ने इसे नई परंपरा बताते हुए विरोध किया तो आयोजक रंजिश मान बैठे। शुक्रवार रात को भीड़ ने हिंदू परिवारों पर हमला कर दिया। महिलाओं से छेड़छाड़, तोड़फोड़, पथराव किया गया। पीड़ित पक्ष ने 50 नामजद व 15 अज्ञात पर प्राथमिकी लिखाई थी। डायल 112 पहुंचने के बाद भी आरोपित हमला करते रहे इसलिए दूसरी प्राथमिकी पुलिस की ओर से दर्ज हुई।

इन्हें भेजा गया था जेल
शनिवार को अफसर अली, इमरान, मुख्तयार अली, अब्दुल सलाम समेत 33 आरोपितों को जेल भेज दिया गया। गांव का माहौल तनावपूर्ण होने के कारण फोर्स तैनात है। रविवार को एसडीएम तृप्ति गुप्ता के निर्देश पर राजस्व विभाग की टीम पहुंची, उस समय भी पीएसी साथ रही।

एसडीएम का कहना है कि अतिक्रमण चिह्निंत किया गया है। यह प्रक्रिया आज भी जारी रहेगी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण करने वाले आरोपित उपद्रव में भी नामजद हैं।

पत्थरबाजी करने वालों पर सख्ती
शाही/दुनका। मुहर्रम जुलूस की रंजिश में हिंदुओं के घर में तोड़फोड़ कर जानलेवा हमला व पत्थरबाजी के आरोपित कार्रवाई के बाद भी मानने को तैयार नहीं हैं। 33 आरोपितों को जेल भेजने के बाद दो के तय इनपुट पर पुलिस ने दबिश दी तो आरोपितों ने फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई जो आरोपित आलमगीर के पैर में लगी। लहूलुहान होकर वह गिर पड़ा। इसी दौरान उसके साथी निजाकत अली को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों के विरुद्ध तीसरी प्राथमिकी लिखी गई।

आरोपितों के विरुद्ध रासुका की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। जब्तीकरण के लिए संपत्तियों का भी चिह्नांकन शुरू कर दिया है। हमले में घायल तेजराम की हालत नाजुक बनी हुई है।

शुक्रवार रात रुपचंद, लालता प्रसाद, रेवीराम, मनोहर लाल, तेजराम, हरपाल, बेनीराम के घर पर लेजर लाइट मारकर छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। घरों पर में तोड़फोड़ व पत्थरबाजी की। गाड़ियां तोड़ दीं। हमले में तेजराम गंभीर रूप से घायल हो गए, अन्य को भी चोटें आईं।

पीड़ित ने दी थी तहरीर
हीरालाल की ओर से 50 नामजद व 15 अज्ञात पर प्राथमिकी लिखाई गई जबकि दूसरी प्राथमिकी थाना प्रभारी ने आरोपितों पर लोक व्यवस्था छिन्न-भिन्न करने की लिखाई। 33 आरोपितों अफसर अली, इमरान, मुख्तयार अली, अब्दुल सलाम, इरफान, जीशान अली, नासीर, हसनैन, असगर, दिलशाद, राशिद, हसनैन, बख्तावर, मुस्तफा अहमद, गुड्डू, राशिद, फईम, यूसुफ, मो. हनीफ, महबूब, तसलीम, कादर अली, आसिफ, हनीफ, समीर, रेहान, फारूख अली, मो. नसीम, रेहान, असफाक, असलम, उवैश व आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

निजाकल अली को मुठभेड़ में किया गिरफ्तार
रविवार को आलमगीर व निजाकत अली के बारे में पुलिस इनपुट मिला जिस पर तत्काल चेकिंग शुरू करा दी गई। बाइक सवार दोनों आरोपितों से पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो गाड़ी घुमाते हुए पुलिस पर फायर झोंक दिया। जवाबी कार्रवाई में दोनों धर लिए गए। मुठभेड़ में सिपाही नफीस अहमद भी घायल हो गए। आरोपितों के पास से तमंचा, कारतूस, बाइक व रुपये बरामद हुए हैं। दोनों को जेल भेज दिया गया। प्रकरण में अब तक कुल 35 आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।

उपद्रवियों के 11 मकान चिह्नित किए गए हैं, जो कि ग्राम समाज की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए हैं। सोमवार को भी टीम चिह्नांकन का कार्य करेगी। उपद्रवियों के अवैध निर्माण को बुलडोजर चलाकर जमींदोज किया जाएगा। – तृप्ति गुप्ता, एसडीएम, मीरगंज

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