मनाली। पर्यटन नगरी मनाली के रांगड़ी-सिमसा में काष्ठकुणी शैली में बने संध्या रिजॉर्ट में शनिवार देर सायं भीषण आग लग गई। आग कमरा नंबर 301 में लगी। आग कैसे लगी इसका पता नहीं चल पाया है। 46 कमरों के रिजॉर्ट के 34 कमरों में पर्यटक ठहरे हुए थे। आग से करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
चारों तरफ हो गया धुआं ही धुआं
रिजॉर्ट में आग लगने की सूचना मिलते ही मनाली प्रशासन सहित दमकल विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची और आग पर काबू पाने की कोशिश की। आग इतनी भयंकर थी कि आग ने होटल को चारों ओर से घेर लिया।
ऐसे में दमकल विभाग को आग पर काबू पाना बेहद कठिन हुआ। देखते ही देखते आग ने चार मंजिला होटल के लगभग 46 कमरों को चपेट में ले लिया। आसपास धुंआ ही धुंआ नजर आ रहा था।
आग पर काबू पाने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
गनीमत यह रही कि अग्निकांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। अग्निकांड इतना भीषण थी कि चार मंजिला होटल से निकल रही लपटें आसमान छूने लगी थी। दमकल विभाग के कर्मचारियों को आग पर काबू पाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
उधर, डीएसपी मनाली केडी शर्मा ने बताया कि अग्निकांड में करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
34 कमरों में ठहरे थे पर्यटक
रिजॉर्ट स्टाफ के अनुसार 46 में से 34 कमरों में पर्यटक ठहरे हुए थे। रिजॉर्ट स्टाफ सहित पर्यटकों की संख्या 100 से अधिक थी। कुछ पर्यटक मालरोड मनाली में घूमने गए थे अन्यथा जानी नुकसान भी हो सकता था।
सभी पर्यटकों को सुरक्षित मनाली पहुंचाया गया जहां पर इनके ठहरने की व्यवस्था की गई है। रिजॉर्ट भुंतर निवासी खूब राम का बताया जा रहा है। सबसे पहले आग कमरा नंबर 301 में लगी, जिसने देखते ही देखते पूरे रिजॉर्ट को चपेट में ले लिया।
बड़ा भुईन पंचायत में भी लगी थी आग
इससे पहले 26 नवंबर को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बड़ा भुईन पंचायत के जंगल में आग लग गई थी और दूर से बड़ी-बड़ी लपटें दिखाई दे रही थीं। कुल्लू सर्कल वन विभाग के संरक्षक, संदीप शर्मा ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में लगभग 50 हेक्टेयर भूमि में सूखी घास जल गई है, जिससे लगभग पांच लाख रुपये का वित्तीय नुकसान हुआ है।