सूरतगंज बाराबंकी। केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की महंत श्री योगी आदित्यनाथ सरकार निरंतर ग्राम पंचायत नगर,पंचायत और नगर पालिका सहित समूचे देश में विकास की गति को लेकर गंभीर है। तो वहीं उनके कुछ नोमाइंदे व क्षेत्रीय प्रतिनिधि शायद क्षेत्र के विकास को लेकर गंभीर नहीं हैं। बात इसलिए यहां कहना आवश्यक हो जाता है क्योंकि बीते मंगलवार बाराबंकी जिले की नगर पंचायत बेलहरा के करीब 9 वार्डों के सभासदों ने बेलहरा की नगर पंचायत अध्यक्ष शबाना खातून,नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी शिवमूर्ति व नगर अध्यक्ष के देवर अध्यक्ष प्रतिनिधि पर गंभीर आरोप लगाते हुए सात सूत्रीय समस्याओं का ज्ञापन बाराबंकी जिला अधिकारी को सौंप कर नगर पंचायत के हित में न्याय की गुहार लगाई है।
ज्ञापन में नगर पंचायत के अधिनियम के अनुसार बैठक में सभासदों को शामिल न करना,नगर अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी की मिलीभगत से मनमाने तरीके से विकास के धन को खर्च करने,नगर में आउटसोर्सिंग के माध्यम से करीब 130 कर्मचारियों की आपूर्ति लेकर धन का बंदरबांट,नगर अध्यक्ष शाबाना खातून ने अपने देवर को प्रतिनिधि बना रखा है जो अपने निजी स्कॉर्पियो में नगर पंचायत के नाम पर ईंधन (डीजल) डलवा कर नगर पंचायत के धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। सभासदों ने जिला अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में उक्त मामलों की निष्पक्ष रूप से जांच करवाते हुए कार्यवाही की मांग की है। बाराबंकी डीएम को ज्ञापन सौंपने से पूर्व सभासदों ने गांधी भवन बाराबंकी से हुंकार भरी। सभासदों ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई आर-पार की लड़ी जाएगी उसके लिए परिणाम चाहे कुछ भी हों। वही सभासद सर्वजीत कुमार ने कहा बताया कि सभासदों का दल बहुत जल्द नगर विकास मंत्री एके शर्मा से मुलाकात कर इस मामले से अवगत कराएगा। अब देखना यह है कि इन सभासदों को प्रशासन न्याय दिलाने में कारगर होता है या मामले को ठंडे बस्ते में जमा कर दिया जाएगा। मामले पर जब हमारे संवाददाता ने दूरभाष पर नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी शिवमूर्ति और नगर अध्यक्ष प्रतिनिधि अयाज खान से बात करनी चाही तो बेल बजती रही परंतु दोनों ने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।