- पहली बार स्वैच्छा से दोपहर एक बजे तक बंद रहा मेरठ
- निजी स्कूल, डॉक्टरों के क्लीनिक, बाजार पूरी तरह से बंद
मेरठ। बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार और उनका नरसंहार के विरोध में शुक्रवार को मेरठ से बड़ी आवाज उठी। स्वैच्छा से दोपहर एक बजे तक ऐतिहासिक मेरठ बंद रहा। इसमें निजी स्कूल-कॉलेज, डॉक्टरों के क्लीनिक, बाजार पूरी तरह से बंद रहे। बुढ़ाना गेट स्थित शहीद मंगल पांडेय की मूर्ति के पास से हजारों लोगों ने पैदल मार्च निकाला।
बांग्लादेश में हिन्दुओं के नरसंहार पर पूरे देश से बड़ी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। बहुत कम समय में व्यापारी संगठनों ने 16 अगस्त को मेरठ बंद का आह्वान किया था। कम समय होने के बाद भी इस मेरठ बंद के आह्वान को शुक्रवार को अभूतपूर्व सफलता मिली। बिना किसी ठोस नेतृत्व में बांग्लादेश में हिन्दुओं के नरसंहार के विरोध में पूरा मेरठ एक हो गया और दोपहर एक बजे तक बंद रहा। मेरठ के बाजार दोपहर तक बंद रहे।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. संदीप जैन ने भी डॉक्टरों के क्लीनिक बंद रखने की घोषणा की। दोपहर तक डॉक्टरों के क्लीनिक बंद रहे। मरीजों के हित में अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं जारी रही। निजी सीबीएसई स्कूल भी इस बंद में शामिल रहे और अधिकांश स्कूलों को बंद कर दिया गया। लंबे समय बाद मेरठ में लाेग किसी मुद्दे पर इस तरह से एकजुट दिखाई दिए।
बुढ़ाना गेट से कलक्ट्रेट तक निकाला गया पैदल मार्च
संयुक्त व्यापार संघ के अजय गुप्ता गुट, नवीन गुप्ता गुट, मेरठ व्यापार मंडल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल समेत तमाम व्यापारी संगठन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, निजी सीबीएसई स्कूलों के संगठन, आर्य समाज थापर नगर, केंद्रीय आर्य समिति आदि संगठनों के कार्यकर्ता बुढ़ाना गेट स्थित मंगल पांडेय की मूर्ति पर इकट्ठा हुए। यहां से सभी लोगों ने कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाला। इसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन भेजकर बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार रोकने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं का नरसंहार किया जा रहा है। हम सभी बांग्लादेश के हिन्दुओं के साथ है। हिन्दु शरणार्थियों को भारत में शरण देनी चाहिए। इस पैदल मार्च में बच्चे, महिलाएं, युवा, बुजुर्ग सभी वर्गों के लोग शामिल हुए। इस दौरान बांग्लादेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
मेरठ में रहे सुरक्षा के कड़े प्रबंध
मेरठ बंद को देखते हुए शुक्रवार को बुढाना गेट से लेकर कलक्ट्रेट तक सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए। एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा के निर्देश पर पुलिस, पीएसी, आरआरएफ के जवान तैनात किए गए। बुढ़ाना गेट की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया। इस रूट से ही लोगों ने कलक्ट्रेट तक शांति मार्च निकाला। शांति मार्च में शामिल लोग अपने हाथों में हिन्दुओं की सुरक्षा की मांग लिखी तख्तियां लिए हुए थे और एकसुर से हिन्दुओं की सुरक्षा की मांग उठा रहे थे।
यह रहे शांति मार्च में शामिल
संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष नवीन गुप्ता, अजय गुप्ता, दलजीत सिंह, संजय जैन, गजेंद्र शर्मा, विकास गिरधर, संदीप रेवड़ी, विजय आनंद अग्रवाल, दीपक शर्मा, नीरज त्यागी, डॉ. मंजू सेठी, राजेश सेठी, डॉ. संदीप जैन, डॉ. जेवी चिकारा आदि ने बढ़-चढ़कर शांति मार्च में भाग लिया।