संसद में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान के बाद हंगामा मचा हुआ है. गुरुवार को ये हंगामा धक्का-मुक्की में तब्दील हो गया. सत्ता पक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे पर बदसलूकी के आरोप लगाए हैं. राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला. इसके बाद बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और पियूष गोयल ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. शिवराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी हमारे सांसदों के बीच पहुंच गए. उन्होंने ऐसा व्यवहार किया, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है. खरगे और राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस देखी. इन्होंने संसद में किए कुकृत्य की क्षमा नहीं मांगी. मुझे समझ नहीं आ रहा कि फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की.
शिवराज सिंह ने कहा, उनका अहंकार उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में झलक रहा था. मेरा मन पीड़ा से भरा हुआ है. आज जो कुछ उसकी कल्पना नहीं की जा सकती.अशोभनीय और गुंडागर्दी से भरा व्यवहार हुआ.विचार से विरोध करना सबका अधिकार है.वो लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तब द्वार बदल लेते थे.आज सुरक्षा कर्मियों ने राहुल से कहा कि आप साइड से निकल सकते हैं लेकिन जानबूझकर राहुल गांधी हमारे सांसदों के बीच पहुंच गए. वहां जाकर हमारे सांसदों को धमकाने लगे.
शिवराज सिंह ने कहा, हमारे बुजुर्ग और गरीब सांसद प्रताप सारंगी गिर गए, उन्हें गंभीर चोट आई.मुझे कहते हुए शर्म आती है,हमारी एक बहन सांसद कन्याल के साथ अशालीन, असभ्य अमर्यादित व्यवहार किया गया.क्या महिला आदिवासी संसद के साथ ऐसा व्यवहार किया जाएगा.मां-बेटी बहन का सम्मान भारत की परंपरा रही है.एक महिला आदिवासी संसद के साथ ये व्यवहार.क्या हो गया है राहुल गांधी और कांग्रेस को.