मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 5 दिन बाद हेमंत सोरेन ने अपना कैबिनेट फाइनल कर लिया है. सोरेन कैबिनेट में झारखंड मुक्ति मोर्चा से 5, कांग्रेस से 4 और आरजेडी से 1 मंत्री बनाए गए हैं. जेएमएम कोटे से दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, योगेंद्र महतो, हफीजुल अंसारी और सुदिव्य सोनू का नाम राजभवन भेजा गया है
वहीं कांग्रेस कोटे से इरफान अंसारी, दीपिका पांडे, शिल्पी नेहा तिर्की और राधाकृष्ण किशोर मंत्री बनाए गए हैं. आरजेडजी ने गोड्डा के विधायक संजय प्रसाद यादव पर भरोसा जताया है
कोल्हान से लेकर छोटानागपुर तक को साधा
झारखंड कैबिनेट में मुख्यमंत्री सोरेन खुद संथाल से आते हैं. दीपिका पांडेय, इरफान अंसारी, हफीजुल हसन और संजय प्रसाद भी संथाल के ही हैं. यानी कैबिनेट में कुल 5 मंत्री संथाल परगना से बनाए गए हैं. संथाल में विधानसभा की कुल 18 सीटें हैं, जिसमें से 17 पर इंडिया गठबंधन ने जीत हासिल की है
कोल्हान से दीपक बिरुआ और रामदास सोरेन को जगह मिली है. पलामू से राधाकृष्ण किशोर मंत्री बनाए गए हैं इसी तरह दक्षिण छोटानागपुर से शिल्पी नेहा तिर्की और चमरा लिंडा को जगह मिली है.
उत्तरी छोटानागपुर से गोमियो विधायक योगेंद्र महतो और गिरिडीह के विधायक सुदिव्य सोनू मंत्री बनाए गए हैं
कैबिनेट में आदिवासी, दलित और ओबीसी भी
हेमंत कैबिनेट में 5 आदिवासी को जगह मिली है हेमंत सोरेन के अलावा शिल्पी नेहा तिर्की, चमरा लिंडा, दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन आदिवासी कोटे से मंत्री बनाए गए हैं
कुड़मी कोटे से योगेंद्र महतो को जगह मिली है. दलित कोटे से राधाकृष्ण किशोर को तो अल्पसंख्यक कोटे से इरफान अंसारी और हफीजुल हसन कैबिनेट में शामिल हुए हैं
समान्य कोटे से दीपिका पांडे और सुदिव्य सोनू मंत्री बनाए गए हैं. दीपिका कांग्रेस से तो सुदिव्य सोनू जेएमएम से हैं
यादव समुदाय से आने वाले संजय प्रसाद यादव को भी कैबिनेट में जगह दी गई है. दिलचस्प बात है कि पिछले 10 साल में पहली बार शुरुआत में ही झारखंड कैबिनेट का 12वां पद भर लिया गया है