हैदरगढ़ बाराबंकी। एक तरफ जहां भीषण गर्मी के चलते लोग लगातार बीमार हो रहे हैं, सरकारी अस्पतालों में लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहतर बनाने का एक प्रयास सरकार द्वारा किया गया जिसका नाम है आयुष्मान आरोग्य मंदिर। जहां पर छोटी-मोटी बीमारियों का मुफ्त इलाज किया जाता है, परंतु विकासखंड त्रिवेदीगंज के इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर तैनात कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की मनमानी के चलते लोगों को मुफ्त सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है और वह अन्य निजी चिकित्सालय में इलाज करने को मजबूर हैं।
मामला विकासखंड त्रिवेदीगंज के आयुष्मान आरोग्य मंदिर रामनगर का है जो अक्सर ही बंद मिलता है। दोपहर लगभग एक बजे पहुंचे हमारे प्रतिनिधि को भी इस आरोग्य मंदिर पर ताला बंद मिला। वहीं पर शिव नाम मनोधरपुर पोखरा में सीएचओ अपनी ड्यूटी पर मिले और उनसे बात की गई कि आपके पास पर्याप्त दवाऐ हैं तो बताया हमारे पास पर्याप्त दवाएं हैं। दूसरा मामला विकासखंड त्रिवेदीगंज के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सहावर का है जहां पर भी ग्रामीणों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों से बात करने पर पता चला कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का ताला अक्सर ही बंद रहता है, इस स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सकों के आने-जाने का कोई समय निर्धारित नहीं है इस भीषण गर्मी के चलते हमारे गांव में कई लोग बीमार चल रहे हैं परंतु जब भी यहां दवा लेने आओ तब ताला बंद मिलता है या तो दवा नहीं मिलती है और हमें मजबूरी में ज्यादा पैसे खर्च कर निजी अस्पताल में जाना पड़ता है आगे बढ़कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोरियानी का भी यही हाल है जब एक बुजुर्ग से रास्ता पूछा गया अस्पताल का 2 किलोमीटर पहले उसने बता दिया कि वहां मत जाइए अस्पताल कभी खुलता नहीं है। एक बजे दोपहर देखा गया वहां पर भी ताला लटक रहा था जब सीएससी अधीक्षक प्रणव श्रीवास्तव से बात किया गया तो उन्होंने कहा कार्रवाई करते हैं और नोटिस जारी कर रहे हैं।