आज के आधुनिक युग में बढ़ती बीमारियों के मद्देनजर लोग अपनी सेहत को लेकर बेहद चिंतित नजर आ रहे हैं। इसी के चलते लोग तमाम एहतियात भी बरत रहे हैं। पीने के साफ पानी के लिए लोग आजकल अपने घरों में बाहर से प्लास्टिक वाली पानी बोतल मंगवा रहे हैं, मगर क्या आपको पता है ये बोतल आपकी सेहत के लिए खतरनाक भी साबित हो सकती है।
आपको बता दें, आज हम भले ही कितने भी स्वस्थ रहने के उपाय कर लें वो कम ही पड़ रहे हैं। ये सब जीवन-शैली में हो रहे बदलाव के कारण हो रहा है। आजकल लोग स्वच्छ पेयजल के लिए प्लास्टिक की बोतल मंगाने लगे हैं। प्लास्टिक की चीजें आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गईं हैं। बाजार में मिलने वाला खाने-पीने का अधिकतर सामान भी प्लास्टिक में ही पैक होता है।
प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की एक रिसर्च के मुताबिक रोजाना घरों में आने वाली सफेद और नीले रंग वाली और बाजार में मिलने वाली छोटी प्लास्टिक की बोतल का पानी आपकी सेहत के लिए जहर के समान कार्य करता है। शोध के अनुसार एक लीटर वाली पानी की बोतल में एक लाख से ज्यादा नैनो प्लास्टिक अणु मिले होते हैं। जब आप पानी पीते हैं तो नैनो प्लास्टिक के ये अणु हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। प्लास्टिक की बोतल के पानी में बिस्फेनॉल-ए(बीपीए) और फेथलेट्स जैसे रसायन होते हैं और जब ये प्लास्टिक की बोतल धूप या गर्मी के संपर्क में आती है तो इसमें रखे पानी में ये रसायन घुल जाते हैं जिसको पीने से आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है।
रिसर्च के मुताबिक, प्लास्टिक की बोतलें कई हानिकारक रसायनों को छोड़ती हैं जो पानी में मिलकर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसमें बंद पानी को पीना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। इसमें बीपीए नामक एक रसायन को छोड़ सकती हैं, जो एक हार्मोन डिसरप्टर है और हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। इसमें जो फेथलेट्स नामक रसायन होता है वह एक हार्मोन डिसरप्टर है और हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। प्लास्टिक की बोतल में पानी पीने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि प्लास्टिक की बोतलें कई हानिकारक रसायनों को छोड़ती हैं। जो कैंसर समेत कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा सकती हैं। क्योंकि प्लास्टिक कार्बनिक उत्पादों, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन और क्लोराइड आदि से बना होता है।