HDFC Bank ने करोड़ों ग्राहकों को दिया झटका!

देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक HDFC के ग्राहकों को दिवाली के बाद झटका दिया है। HDFC ने कुछ पीरियड के लोन पर MCLR को बढ़ा दिया है। अगर आप कार या घर खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो आपको लोन महंगा मिलेगा।

यानी, लोन पर इंटरेस्ट पहले से ज्यादा चुकाना होगा। इसके अलावा जिनका पहले से लोन चल रहा है, उनकी मंथली लोन की EMI बढ़ जाएगी। HDFC Bank ने MCLR 0.05 फीसदी बढ़ाया है।

HDFC Bank ने रिवाइज किया MCLR

बैंक के MCLR रिवाइज करने से होम लोन, पर्सनल लोन और ऑटो लोन समेत सभी तरह के फ्लोटिंग लोन की ईएमआई पर असर पड़ता है। MCLR बढ़ने पर लोन का इंटरेस्ट बढ़ जाता है और मौजूदा ग्राहकों की EMI बढ़ जाती है। ये नई दरें आज 7 नवंबर 2024 से लागू हो गई हैं। एचडीएफसी बैंक ने छह महीने और तीन साल के पीरियड पर MCLR 0.05 फीसदी बढ़ाया है। फंड-आधारित उधार दर MCLR बेंचमार्क सीमांत लागत 9.15% और 9.50% के बीच है।

एचडीएफसी बैंक नई MCLR दरें

एचडीएफसी बैंक के ओवरनाइट एमसीएलआर 9.10 फीसदी से बढ़कर 9.15 फीसदी हो गया है।

एक महीने का एमसीएलआर 9.15 फीसदी से बढ़कर 9.20 फीसदी हो गया है।

तीन महीने की एमसीएलआर 9.30 प्रतिशत है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।

छह महीने की एमसीएलआर 9.45 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।

एक साल का एमसीएलआर 9.45 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।

2 साल से अधिक पीरियड के लिए एमसीएलआर 9.45 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।

3 साल से अधिक पीरियड के लिए एमसीएलआर 9.50 फीसदी है। इसमें बदलाव नहीं किया गया।

ऐसे तय होता है MCLR?

एमसीएलआर तय करते समय कई कारकों को ध्यान में रखा जाता है जिसमें डिपॉजिट रेट, रेपो रेट, ऑपरेशनल कॉस्ट और कैश रिजर्व रेशो को बनाए रखने की कॉस्ट शामिल है। रेपो रेट में बदलाव का असर एमसीएलआर रेट पर पड़ता है। एमसीएलआर में बदलाव से लोन की ब्याज दर पर असर पड़ता है, जिससे कर्ज लेने वालों की ईएमआई बढ़ जाती है।

ऑटो लोन, होम लोन और पर्सनल लोन की बढ़ जाएगी बढ़ेगी

एमसीएलआर के बढ़ने और घटने का असर होम लोन, ऑटो लोन, पर्सनल लोन समेत इससे जुड़े सभी तरह के लोन की ब्याज दर पर पड़ता है। MCLR बढ़ने पर लोन ग्राहकों को पहले से अधिक EMI चुकनी होगी। नया लोन लेने वाले ग्राहकों को महंगा लोन मिलेगा।

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