नई दिल्ली। भारत दुनिया में गोल्ड का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। लेकिन, फिलहाल यहां सोने की डिमांड काफी सुस्त हो गई है। जौहरियों का कहना है कि सोने का भाव लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में लोगों ने गहने-जेवरात की खरीद कम कर दी है या फिर कुछ समय के लिए टाल दी है।
कितना है सोने का वायदा भाव
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, सोमवार को भारत में सोने का वायदा भाव बढ़कर 69,487 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। यह गोल्ड का ऑल टाइम हाई लेवल है। 2024 के शुरुआती तीन महीनों में ही इसमें 10 प्रतिशत का उछाल आ चुका है।
इसका असर देश के गोल्ड इंपोर्ट पर भी हुआ है। मार्च में भारत के गोल्ड इंपोर्ट में पिछले महीने के मुकाबले 90 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। यह कोरोना महामारी के सोने के आयात का सबसे निचला स्तर है।
गोल्ड की डिमांड कब बढ़ेगी?
एक्सपर्ट का मानना है कि अक्षय तृतीया तक सोने की डिमांड बढ़ सकती है, जो 10 मई को पड़ने वाली है। इस दिन सोना या इससे बने गहने-जेवरात खरीदना शुभ माना जाता है। तब तक सोने के भाव में भी मामूली गिरावट आने की उम्मीद है, जो करीब 500 रुपये तक हो सकती है।
अगर लंबी अवधि के लिहाज से देखें, तो गोल्ड प्राइस में उछाल का अनुमान है। इस साल 29 अक्टूबर को पड़ने वाला धनतेरस भी सोने की खरीदारी के लिहाज से अहम दिन समझा जाता है। उस वक्त तक सोने का भाव 72 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर के पार पहुंच सकता है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, आम लोग शादियों के सीजन में गहनों की खरीद तो बढ़ाएंगे, साथ ही रिजर्व बैंक भी सोने की खरीद पर जोर दे सकता है। इससे सोने की कीमतों में जाहिर तौर पर तेजी आएगी।